रांची (RANCHI): भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने जेएसएससी जूनियर इंजीनियर परीक्षा में हुई अनियमितता की जांच सीबीआई से कराने की मांग राज्य सरकार से की है.

सत्ताधारी दल के माफियाओं का हाथ है

उन्होंने कहा  है कि जिस प्रकार से मीडिया में बातें उजागर हो रही हैं, उससे स्पष्ट है कि इसमें सत्ताधारी दल के माफियाओं का हाथ है.
साथ ही उन्होने  कहा है कि हेमंत सरकार से भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा कर दी है. राज्य का कोई भी क्षेत्र भ्रष्टाचार से अछूता नही है.


युवाओं की नौकरी की बोली लगा डाली 

प्रतिवर्ष 5 लाख नौकरी का छलावा देकर सत्ता में आनेवाली सरकार ने युवाओं की नौकरियों की बोली लगा डाली. खान ,खनिज, बालू की लूट करते करते नौकरियों को भी लुटवा दिया.

सरकार के लोगों की मिलीभगत 

बिना सरकार के लोगों की मिलीभगत के परीक्षा के पहले ही प्रश्नपत्र आखिर कैसे बाहर आ सकता है. इसके पूर्व जेपीएससी की परीक्षा में भी भारी अनियमितताएँ उजागर हुई थी.प्रदेश अध्यक्ष ने जूनियर इंजीनियर परीक्षा में हुई अनियमितता की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.

3 जुलाई को ली गई थी परीक्षा

3 जुलाई को झारखंड में जेएसएससी जूनियर इंजीनियर की परीक्षा ली गई थी.परीक्षा के बाद कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा के पहले ही प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाया था. जिसको लेकर jssc मुख्यालय का घेराव भी किया गया था.साथ ही सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर पूरे मामले की जांच की मांग की गई थी.इस मामले में धनबाद के रहने वाले मिथिलेश कुमार महतो ने नामकुम थाना में मामला दर्ज कराया था.जिसकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इस मामले में गिरिडीह जिला के रहने वाले रंजीत मंडल को शनिवार को गिरफ्तार किया है.इस मामले में पुलिस ने नामकुम थाना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित किया था. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया  था कि परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्न पत्र लीक कर दिए गए थे. उन्होंने बताया कि जो प्रश्न पत्र लीक किए गए थे और परीक्षा में जो प्रश्न आए थे दोनों एक जैसे थे. इसमें कई और लोगो के संलिप्ता की बात भी सामने आई है.


8 साल बाद आयोजित हुई थी परीक्षा

राज्य में लगभग 8 साल बाद इस परीक्षा का आयोजन हुआ है। इस परीक्षा के जरिए जूनियर इंजीनियर 1289 पदों पर नियुक्ति होनी थी इसमें इलेक्ट्रिकल, सिविल, मैकेनिकल, एग्रीकल्चर इंजीनियर शामिल हैं. जेएसएससी ने पहले 250 पदों के लिये वैकेंसी निकाली थी.लेकिन जेएसएससी ने बाद में 1004 पद बढ़ा दिए थे.इसको लेकर 3 जुलाई को हुई परीक्षा में लगभग 4 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था.