रांची (RANCHI): भाजपा के विधायक दल के नेता व पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एसआई संध्या टोपनो मामले की जांच CBI से कराने की मांग उठाई है. आज रांची में पार्टी दफ्तर में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने जमकर सरकार पर निशाना साधा. कहा कि बीते दिनों 2018बैच की महीला दरोगा संध्या टोपनो की हत्या पशु तस्करों के वाहन से कुचलकर हो गई थी. उन्होंने सवाल उठाया है कि एक महिला दारोगा को केवल तीन पुलिसकर्मियों के साथ रात में चेकिंग में लगाना अपने आप में संदेहास्पद है. जबकि तुपुदाना ओपी में 8-10 और पुलिसवाले मौजूद थे.

तस्कर बच निकलते हैं

बाबूलाल ने कहा कि गौ तस्कर ओडिशा से सिमडेगा के रास्ते गुमला होते हुए हर चेकपोस्ट से भाग निकलते हैं. इस मार्ग से गौ वंश की तस्करी की जाती है. सबसे पहले बाँसजोरा चेकपोस्ट पड़ता है, अब हर रोज यहां से तस्कर बच निकलते हैं. अब ये कैसे विश्वास किया जाए, कि यहां की पुलिस को कुछ पता ही नहीं. यह तो सरासर मामले में संलिप्तता को दर्शाता है.

ओपी प्रभारी का बर्ताव पहले से ही संध्या के प्रति ठीक नहीं रहा

बाबूलाल सोमवार को दिवंगत संध्या टोपनो के घर  जाकर परिजनों से मुलाकात की, संध्या के परिजनों ने बताया कि ओपी प्रभारी कन्हैया सिंह का बर्ताव पहले से ही संध्या के प्रति ठीक नहीं रहा था. इतनी बड़ी वारदात के बाद भी कन्हैया सिंह को केवल लाइन हाजिर किया गया, सस्पेंड तक नहीं किया गया, लाइन हाजिर करना कोई सज़ा नहीं है.


प्रभारी पर गौकशी के आरोपियों को छोड़ने का आरोप 

बाबूलाल बोले कि तुपुदाना ओपी प्रभारी कन्हैया सिंह पर पहले भी गौकशी के आरोपियों को छोड़ने का आरोप है. संध्या के प्रति कन्हैया सिंह का बर्ताव उसे जानबूझकर मौत के मुंह में धकेलने जैसा ही था. सबसे पहले तो कन्हैया सिंह को निलंबित किया जाना चाहिए. तुपुदाना जैसे औद्योगिक क्षेत्र में अब खूंटी महिला थाने की प्रभारी रही मीरा सिंह को पदस्थापित किया गया है. वहीं मीरा सिंह है, जिन्हें एक आदिवासी महिला से घूस लेते हुए एसीबी ने पकड़ा था. जाहिर है सरकार की मंशा ही भ्रष्ट अधिकारियों के पदस्थापन से आरोपियों को बचाने की है. राज्य सरकार द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों को पदस्थापित करने के पीछे Give & Take की नीति है. या तो वो आपको कमा कर देंगे या आपको बचाएंगे.

बाबूलाल की तीन प्रमुख मांग

1. कन्हैया सिंह को निलंबित किया जाए.
2. करप्शन में रंगे हाथ पकड़े जाने , जेल जाने वाले चार्जशीटेड दारोग़ा मीरा सिंह को तुरंत हटाया जाए.

3. पूरे मामले की या तो सीबीआई या किसी सीटिंग जज से जांच कराई जाए.