रांची(RANCHI): झारखंड में बड़े ओहदे पर होते हुए एक दलाल के आवास पर बैठ कर फ़ाइल का निबटारा करने वाले आईएएस राजीव अरुण एक्का की मुश्किलें बढ़ने वाली है.एक्का ने सिर्फ एक फ़ाइल को ही वहां बैठ कर नहीं निबटाया है.दर्जनों फ़ाइल को विशाल चौधरी के आवास में बैठ कर देखते थे.एक फ़ाइल का तो वीडियो वायरल हुआ.जिसपर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया और उसे प्रधान सचिव के पद से बाहर रास्ता दिखाते हुए पंचायती राज में तबादला कर दिया.लेकिन यह जानने की कोशिश नहीं कि आखिर और कितने फ़ाइल को एक्का ने विशाल चौधरी के यहां निबटाया है.एक्का की जितनी भी फ़ाइल को पूरा करते थे उसपर मुख्यमंत्री का भी हस्ताक्षर होता है.क्योंकि वह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव थे.अब ED जानने की कोशिश कर रही है कि एक्का ने कितनी फ़ाइल को विशाल के आवास पर निबटाया है.और वह फ़ाइल किस मामले से जुड़ी हुई थी.
विशाल चौधरी सत्ता का दलाल माना जाता है.सरकार किसी की भी हो उसका रसूख काफी था.इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि प्रधान सचिव खुद उसके आवास दफ्तर में फ़ाइल को निबटाते थे.विशाल चौधरी अधिकारी के साथ मिलकर ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल भी खेलता था.इसके अलावा जो काम इसे अच्छा लगता था वह अधिकारी इसे परोशते थे.बताया जाता है कि ट्रांसफर पोस्टिंग में अधिकारी से लेकर ऊपर के लोगों का विशाल पूरा ख्याल रखता था.अब ऊपर आप खुद समझ सकते है कि कौन लोग है.
अब सवाल उठता है कि आखिर एक्का का एक वीडियो वायरल हुआ.लेकिन क्या एक्का ने एक ही दिन विशाल चौधरी के आवास पर फ़ाइल को निबटाने के लिए गए थे.इसमें भी बताया जाता है कि एक्का हमेशा विशाल चौधरी के यहां बैठकी लगाते थे.साथ में उनके सरकारी बॉडी गार्ड भी हुआ करते थे.एक्का एक पड़े पद पर थे और इस पद का जबकर दुरुपयोग किया.
अब ED भी यह जानने की कोशिश में है कि आखिर विशाल चौधरी के यहां एक्का फ़ाइल को क्यों निबटाते थे.एक्का और विशाल के बीच क्या रिश्ता है.इन सवालों का जवाब तलाशने के लिए ED ने एक्का को समन भेज कर 27 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है.इस दौरान जब ED के अधिकारी एक्का से सवाल पूछेंगे तो उनके पास जवाब देने के लिए कोई शब्द नहीं होने.क्योंकि ED इससे पहले विशाल चौधरी के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है.जिसमें कई दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद किया था.ED को शक है कि बड़े पैमाने पर विशाल चौधरी के साथ मिल कर पैसे का उलट फेर एक्का ने किया है.
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