टीएनपी डेस्क(TNP DESK): जब से पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के तीन विधायकों को लाखों रुपए के साथ गिरफ्तार किया गया है. तब से ही झारखंड की राजनीति इस मामले को लेकर गर्म है. अब इस मामले में नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं. दरअसल, इस मामले की जांच बंगाल सीआईडी की टीम कर रही है. जांच में बंगाल सीआईडी को विधायकों का लिंक दिल्ली के सिद्धार्थ मजुमदार से मिला. इसके बाद सीआईडी की टीम दिल्ली पहुंची. सीआईडी टीम दिल्ली में चाणक्यपुरी स्थित सिद्धार्थ मजुमदार के ठिकाने पर छापेमारी के लिए गई थी. मगर, टीम को दिल्ली की साउथ वेस्ट पुलिस ने रोक दिया. हालांकि, सीआईडी की टीम ने बाकायदा कोर्ट से वॉरन्ट लेकर पहुंची थी. मगर, बावजूद इसके टीम को तलाशी और छापेमारी से रोक दिया गया है.

दिल्ली के सिद्धार्थ मजुमदार का नाम आया सामने

बता दें कि बंगाल सीआईडी लगातार मामले की जांच में जुटी हुई है. इस जांच में सीआईडी ने पाया कि दिल्ली के सिद्धार्थ मजुमदार ने ही 20 जुलाई को विधायकों की मुलाकात असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से करायी थी. 29 जुलाई को विधायकों को कोलकाता से गुवाहाटी ले जाने वाला भी सिद्धार्थ ही है. इसके बाद से ही सीआईडी की टीम सिद्धार्थ की तलाश कर रही है.

महेंद्र अग्रवाल ने दिए 49 लकह रुपए

वहीं तीनों विधायकों की गिरफ़्तारी के बाद सीआईडी की ने जांच शुरू की. सीआईडी की जांच में कई तरह के बात सामने आए हैं. इस जांच में सामने आया है कि कोलकाता के लालबाजार स्थित व्यवसायी के कार्यालय में 30 जुलाई को विधायक इरफान अंसारी अपने सहायक कुमार प्रतीक के साथ गए थे. यहीं पर महेंद्र अग्रवाल ने उन्हें 49 लाख रुपये दिए थे. मंगलवार को सीआईडी कोलकाता के आईजी-1 प्रणव कुमार के नेतृत्व में सीआईडी की टीम ने लालाबाजार के बीकानेर बिल्डिंग में छापेमारी की. यह छापेमारी शेयर ट्रेडिंग से जुड़े कारोबारी महेंद्र अग्रवाल के कोस्मोपालिटन कोमोडिटी प्राइवेट लिमिटेड के दफ्तर में मारा गया था. इस छापेमारी में पुलिस को मौके से 3.34 लाख रुपये और चांदी के 250 सिक्के मिले.जानकारी है कि महेंद्र अग्रवाल शेयर ट्रेडिंग का कारोबार करता है. पॉलिक को शक है कि शेयर ट्रेडिंग की आड़ में वह हवाला का कारोबार करता है. हालांकि, सीआईडी की छापेमारी के समय महेंद्र अग्रवाल मौके से गायब था.  

बता दें कि कोलकाता की हावड़ा पुलिस ने झारखंड के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को करीब 49 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया था. तीनों विधायकों को कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने तीनों को 10 दिनों के सीआईडी रिमान्ड पर भेज दिया है.