रांची(RANCHI): राज्य के कई जिलों में सरकारी विद्यालयों में उर्दू का विवाद छिड़ा हुआ है. इसमें सबसे पहले जामताड़ा का नाम सामने आया था. हालांकि इसकी जांच के बाद शिक्षा विभाग के द्वारा उर्दू हटा दिया गया. इससे नाराज़ कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी मॉनसून सत्र के पहले ही दिन विधानसभा की सीढ़ी पर धरने पर बैठ गए.
इरफान अंसारी ने उर्दू हटाने का ठीकरा अपनी सरकार पर ना फोड़कर भाजपा पर फोड़ दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा उर्दू विरोधी है. अल्पसंख्यक को जलील कर रही है. भाजपा और आरएसएस नहीं चाहती है कि अल्पसंख्यक के बच्चे पढ़ाई करें.
अधिकारी सरकार चलाएगा क्या !
उन्होंने कहा कि सरकार के पदाधिकारी साजिश के तहत उर्दू को हटा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारी सरकार चलाएगा क्या? उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही उर्दू लिखा हुआ है. लेकिन अभी इनको दिख रहा है. साथ ही यह भी कहा कि समाज का हर तबका हिन्दू, आदिवासी सब उर्दू को चाहते हैं. इरफान ने कहा कि इस मामले को प्रमुखता से सदन में उठाएंगे. इरफान ने कहा कि आज बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं. सरकार की क्या मंसा है.

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