रांची (RANCHI): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दो करीबियों के विरुद्ध ईडी के एक्शन, गौ तस्करों के वाहन से एक महिला एसआई संध्या टोपनो की मौत, अवैध खनन और भ्रष्टाचार के मुद्दों को भाजपा ने इस मानसून सत्र में उठाने की रणनीति बनाई है. खबर है कि इसको लेकर एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में भाजपा विधायकों की जल्द बैठक होने जा रही है. बता दें कि झारखंड विधानसभा में भाजपा प्रमुख विपक्षी दल है.
29 जुलाई से 5 अगस्त तक चलेगा सत्र
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 29 जुलाई से शुरू हो रहा है, जो 5 अगस्त तक चलेगा. यह पांचवी विधानसभा है. इसका नौ़वा सत्र मानसून वाला है. यह 29 जुलाई को सुबह 11 बजे से शुरू होगा. शनिवार और रविवार छोड़कर कुल 6 दिनों का मानसून सत्र होगा. 30 जुलाई शनिवार और 31 जुलाई रविवार को अवकाश रहेगा.
मानसून सत्र कब होता है
आपने संसद सत्र, शीतकालीन सत्र और बजट सत्र के विषय में भी सुना होगा. ऐसा ही एक सत्र मानसून सत्र होता है. हर सत्र के बीच की अवधि छह महीने से अधिक की नहीं होनी चाहिए. जुलाई से सितंबर माह के बीच मानसून सत्र (Monsoon Session) का आयोजन किया जाता है. इस दौरान मानसून का प्रवेश होता है. चारों ओर बारिश का माहौल रहता है. इसलिए इसे वर्षा ऋतु सत्र भी लोग कहते हैं. बजट सत्र (Budget Session) में पारित नहीं हो सकने वाले विधेयक को मानसून सत्र में पारित करने का प्रयास किया जाता है.
क्या कहा संसदीय मंत्री ने
झारखंड के संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कि मानसून सत्र में पक्ष-विपक्ष के विधायकों से सहयोग की अपेक्षा है. इस सत्र में विधायक अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं पर चर्चा करेंगे. प्रश्नों, ध्यानाकर्षण और शून्यकाल के माध्यम से विधायक विधानसभा क्षेत्र और राज्य हित के विषय को उठाएंगे.

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