गिरिडीह(GIRIDIH): यदि केंद्र से राज्य का अंश झारखंड को मिल जाये तो विकास की गंगा बहेगी. केन्द्र सरकार के पास राज्य का 1 लाख 34 हजार करोड़ रुपये बकाया है. कोयला हमारा, पानी हमारा और हम ही को बिजली नहीं मिलती है, यह सब नहीं चलेगा. यदि डीवीसी ने अपना रवैया नहीं बदला तो उसके अधिकारी अपना बोरिया-बिस्तर समेटने की तैयारी कर लें. बच्चों की पढ़ाई बिजली के चलते बाधित नहीं हो इसका भी ख्याल डीवीसी रखे। ये बातें शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने आज आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य 2047 योजना के अंतर्गत बिजली महोत्सव में कही. आयोजन डीवीसी निमियाघाट सब स्टेशन की ओर से इसरी बाजार मथुरासिनी भवन में किया गया था. 

मंच का संचालन जिप सदस्य दिनेश महतो ने किया. इस दौरान नोडल अधिकारी सुबीर कुमार दास ने बिजली क्षेत्र में आगामी 25 वर्षों का रोड मैप तैयार करने, उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य 2047 कार्यक्रम के तहत देश में मौजूदा बिजली समस्याएं, भविष्य की बिजली आपूर्ति, बिजली बचत, सोलर एनर्जी सहित बिजली विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी. वहीं, उन्होंने बताया कि वर्तमान में 169 मेगावाट बिजली क्षमता बढ़ाई गई है और यही कारण है कि आज लगभग 22 घंटे बिजली उपभोक्ताओं को मिल रही है. केंद्र सरकार द्वारा बिजली उत्पादन एवं बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार पर किये जा रहे कार्यों की जानकारी एलईडी स्क्रीन एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को दी गई. 

कार्यक्रम के दौरान मुख्य रूप से बीस सूत्री अध्यक्ष डेगलाल महतो, प्रमुख उषा देवी, पूर्व प्रमुख यशोदा देवी, उप प्रमुख उपेन्द्र महतो, जिप सदस्य क्रमशः बैजनाथ महतो, सुनिता कुमारी व धनंजय प्रसाद, जिप सदस्य प्रतिनिधि जिवाधन महतो, बीडीओ सोमनाथ बंकिरा, निर्मल जायसवाल, लालमणि साव डीवीसी मैथन के एसई मृणाल भट्टाचार्य निमियाघाट सब स्टेशन के एई प्रदीप मंडल आदि सहित क्षेत्र के दर्जनों जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित हुए.