राँची(RANCHI): : राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में झारखण्ड कांग्रेस के विधायकों ने जमकर  क्रॉस वोटिंग किया है. यूपीए गठबंधन के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने चुनाव प्रचार के दौरान सभी विधायकों और सांसदों से अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने का आह्वान किया था.  लेकिन इसके विपरीत झारखण्ड में  कांग्रेस के 10 विधायकों ने एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट कर दिया . राष्ट्रपति पद की वोटिंग के बाद इसका खुलासा हुआ है. 

बता दें कि झारखंड में कुल 80 विधायकों ने झारखंड विधानसभा में 18 जुलाई को मतदान किया था. जिसमें से 70 वोट द्रौपदी मुर्मू को वहीं यशवंत सिन्हा को  9 वोट और एक वोट रिजेक्ट हो गया .

आला कमान को देंगे जानकारी

झारखण्ड कांग्रेस के 10 विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग का मामला प्रकाश में आने के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि निश्चित तौर पर क्रॉस वोटिंग का मामला सामने आने के बाद जल्द ही कांग्रेस के सभी विधायकों के साथ साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता  आलमगीर आलम के पूरे मामले को लेकर चर्चा होगी. आखिर क्या वजह रही और किन परिस्थितियों में क्रॉस वोटिंग की गई है .हर एक विधायकों के साथ चर्चा के उपरांत सभी बातों से आलाकमान को अवगत कराते हुए आगे की कार्रवाई के लिए आग्रह किया जाएगा.


उपराष्ट्रपति चुनाव में सांसद भी सुनेंगे अंतरात्मा की आवाज़

वहीं एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष  सह पूर्व मंत्री और रांची विधानसभा सीट के विधायक सीपी सिंह ने   प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इसमें गलत कहा है, यशवंत सिन्हा  ने ही तो विधायकों से कहा था कि अपनी अंतरात्मा की आवाज पर आप वोट करें , तो कांग्रेस के विधायकों ने अंतरात्मा की आवाज को सुनते हुए एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार  द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देते हुए वोट कर दिया , यही नहीं जब उपराष्ट्रपति का चुनाव के लिए मतदान होगा उस वक्त भी एनडीए के उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार  जगदीप धनखड़  जी को ही विपक्ष का समर्थन अंतरात्मा की आवाज को सुनते हुए मिलेगा.