भागलपुर(BHAGALPUR): बिहार मे मतदाता पुनरीक्षण पर विपक्ष के हंगामें के बीच भागलपुर मे लंबे समय से रह रही दो पाकिस्तानी महिलाओ के पास भारत का वोटर आईडी कार्ड मिला है दोनो महिला लंबे समय से भागलपुर में रह रही है ये मामला तब सामने आया जब इलाके की बीएलो को बिहार सरकार के गृह विभाग की ओर से एक चिट्टी मिली थी. कहा गया है कि आपके बूथ पर दो महिलाए है जो दूसरे देश की है तत्काल उनका सत्यापन करके मामला सही पाए जाने पर उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाने की अनुशंसा करे.

पढ़ें बीएलओ ने क्या कहा 

बीएलओ फरजाना खानम ने बताया कि मे 268 नंबर बूथ पर मे बीएल ओ के रूप मे काम कर रही हूँ मेरे पास गृह मंत्रालय से 11अगस्त को चिट्ठी आई थी जिसमे बताया गया था कि दो महिलाए दूसरे देश की है विभाग की ओर से दोनो महिलाओ का पासपोर्ट और वीजा नंबर भी दिया गया है और मुझसे कहा गया है कि आप उस इलाके की बीएलओ है लिहाजा दोनो महिलाओ का नाम वोटर लिस्ट से जांच कर हटाइए 

विभाग में महिलाओं के घर जाकर की जांच

विभाग की ओर से बताए गए पता पर जाने के बाद मे एक महिला के घर पहुंची वहां वो बीमार मिली मैने उनके परिजन से कागजात मांगे उनका पासपोर्ट देखा जिसमे महिला का पता दूसरे देश रंगपुर का था इसलिए मैने उनका नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया विभाग के अनुशंसा के आधार पर मैने फार्म 7भरकर महिला का नाम वोटर लिस्ट से हटाने की अनुशंसा कर दी इमराना 3 साल के वीजा पर भारत आई थी इमराना के अलावा एक अन्य महिला फिरदौसिया खानम का भी वोटर आईडी कार्ड पाया गया है वे 19 जनवरी 1956 को तीन महिने के वीजा पर भारत आई थी.फिरदोसिया के बेटे ने बताया कि मेरे घर बीएलऔ आई थी उन्होने मेरी माँ से संबंधित कागज मांगे जिसे मैने उन्हें सौप दिया मैने बीएल ओ को बताया कि उन्होने कई बार वोट दिया है उनकी उम्र 80 साल के करीब है तो उन्होने कहा कि कोई बात नही आप डाक्युमेट्स दे दीजिए तो मेने उन्हे कागजात दे दिए 

दो महिलाओ के पास वोटर आईडी कार्ड पुरूष ने बनवाया आधार कार्ड

दरअसल वीजा की समय सीमा से अधिक समय से लंबे समय से भागलपुर मे रहने वाले तीन पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई थी तीनो नागरिकों मे दो महिलाए जबकि एक पुरूष था जानकारी मिली कि दोनो महिलाए ईशाकचक थाना छेत्र के भीखनपुर गुमटी नंबर 3के पास रहती है और वोटर आईडी कार्ड बना है जबकि पुरूष ने आधार कार्ड बनवा लिया है बीएल औ ने वोटर लिस्ट से दोनो महिलाओ के नाम को हटाने की अनुशंसा कर दी है वही जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी ने बताया कि इनफामेशन के हिसाब से महिलाओ का नाम वोटर लिस्ट मे पाया गया था बीएल ओ ने वेरिफिकेसन के बाद पाया गया कि दोनो महिला ओ के पास दूसरे देश का पासपोर्ट है इसके बाद दोनो विदेशी महिलाओं के नाम मतदाता सूची से हटाने की पकिया शुरू कर दी गई है ताकि चुनाव से पहले इस गडबडी को ठीक किया जा सके.वही जिस पाकिस्तानी नागरिक ने अपना आधार कार्ड बनवा लिया है उसकी पहचान मोहम्मद असलम के रूप मे हुई है जो 24 मई 2002 मे दो साल के लिये पाकिस्तान से भारत आया था कानून के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी फि.रदौसिया खानम मोहम्मद अफजील अहमद की पत्नी है फिरदौसिया मूल रूप से वर्तमान बांग्लादेश के रंगपुर की रहने वाली है फिरदौसिया 19जनवरी 1956 को तीन महीने के वीजा पर भारत आई थी उस समय बांग्लादेश को पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था.