रांची (Ranchi): राज्य का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल राजधानी का सदर अस्पताल की बहुमंजिली इमारत बनकर तैयार है. लेकिन इसे हैंड ओवर ही नहीं किया गया है. अब पेंच कहां अटका है, सिविल सर्जन को भी नहीं पता है. THE NEWS POST की टीम जब जानकारी लेने के लिए सिविल सर्जन के पास पहुंची तो उन्होंने कहा जाकर- विभाग से पता कीजिए. उन्हे भी नहीं पता कब तक हैंडओवर होगा. बाइट देने से साफ तौर पर इनकार कर दिया. डॉक्टरों की भारी कमी को झेलते सदर अस्पताल में कब तक कमी दूर होगी, इसकी जानकारी भी सिविल सर्जन को नहीं है.
मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल बनेगा
बहुमंजिली इमारत के सामने गाड़ियों को रखने के लिए पार्किंग की सुविधा भी बनाई गई है.अन्दर अभी भी निर्माण कार्य जारी है.बाहर से लगभग सभी मानकों को पूरा कर लिया गया है. सुरक्षा में लगे गार्ड ने अन्दर जाने की भी इजाजत नहीं दी. इस अस्पताल पर हजारों लोगों को निगाहें टिकी हुई हैं, कि जब यह अस्पताल पूरी तरह से चालू हो जायगा तो जन जनसुविधा के लिए स्वास्थ्य लाभ लेने के लिया सुविधाजनक हो जाएगा. आखिर इसकी प्रक्रिया पूरी होने में कितना समय लगेगा इसके लिए और कितना इंतजार करना होगा यह तो स्वास्थ्य विभाग ही बताएगा.
पीछले 15वर्षों से निर्माण कार्य है जारी
पिछले 15 सालों से सदर अस्पताल को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनाने के लिए भवन निर्माण का कार्य चल रहा है,जो 80 करोड़ की लागत से शुरू हुआ था, लेकिन धीरे-धीरे 350 करोड़ की लागत तक पहुंच गया.

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