पलामू(PALAMU): राज्य में कुछ ऐसे प्रशासनिक अधिकारी कार्यरत हैं जो विवादों में रहकर ही सुर्खियां बटोरने में लगे रहते हैं. उन्हीं पुलिस अधिकारियों में से एक हैं अजित मुंडा, जो हैदरनगर में थाना प्रभारी के पद पर हैं. इनदिनों इनकी कारगुजारियां काफी चर्चा में हैं. कभी बालू के अवैध कारोबारियों से सांठगांठ तो कभी भूकब्जधारियों से दोस्ती की चर्चा इस क्षेत्र में खूब हो रही है. साथ ही इनके सिपहसालार भी एक से बढ़कर एक है. कभी शराब के नशे में पैसा मांगने पर अंडा व्यवसायी को पीट देना तो कभी किसी के साथ बेवजह मारपीट कर देना इनके आरक्षियों की दिनचर्या में शामिल है. आरोप है कि थाना प्रभारी ने सभी को सबकुछ करने की छूट दे रखी है. ग्रामीणों के विरोध के बाद भी उक्त मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है.
अभी ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें एक आरक्षी राज किशोर राम भाई बिगहा निवासी नूरुद्दीन अंसारी के घर में करीब 11:30 बजे रात्रि में चहारदीवारी फांदकर घुस रहा था जिसे चोर समझकर ग्रामीणों ने शोर मचाया और उसे पकड़कर थाना के सुपुर्द कर दिया. आरक्षी राज किशोर इस अपमान का बदला लेने हेतु गत 11 जुलाई को थाना से 10 पुलिसकर्मियों के साथ आया और एक महिला के घर में घुसकर उसके साथ मारपीट एवं गाली-गलौज किया.इस क्रम में महिला की हाथ की अंगुली कट गई. साथ ही उक्त महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया.इसका विरोध करने पर उसके पति मो.सलीम अख्तर के साथ भी मारपीट की. महिला के शोर मचाने पर आसपास के ग्रामीणों ने जुटकर विरोध जताया तो उनके साथ भी मारपीट की गई जिसमें रौशन खां एवं झुन्नू राइन गंभीर रूप से घायल हो गए.
ग्रामीणों ने इसकी सूचना हुसैनाबाद के एसडीपीओ पूज्य प्रकाश को दी जो रात्रि में ही घटनास्थल पर पहुंचे और मामले को यह कहकर शांत करा दिया कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.किन्तु कोई कार्रवाई नहीं कर उल्टे कुछ ग्रामीणों पर ही झूठी प्राथमिकी दर्ज कर दी गयी. तब जिले के आरक्षी अधीक्षक को उक्त घटना की लिखित सूचना भुक्तभोगियों सहित ग्रामीणों ने गत 18 जुलाई को दी. ग्रामीणों का कहना है कि उक्त घटना में थाना प्रभारी की भी संलिप्तता है जिस कारण वे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.ग्रामीणों ने उक्त घटना में संलिप्त सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

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