टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अपने को संत घोषित कर शिष्य बनाने वाले आसाराम को एक और मामले में सजा मिली है. उन्हें अपने आश्रम की शिष्या के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में सजा मिली है. आसाराम को पहले भी ऐसे ही मामले में सजा मिल चुकी है. वह फिलहाल जोधपुर जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. गांधीनगर सत्र न्यायालय में 10 साल पुराने एक मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.

आसाराम को सोमवार को सत्र न्यायालय ने शिष्या के साथ यौन उत्पीड़न के केस में दोषी करार दिया था. मंगलवार को कोर्ट ने आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. सजा सुनाए जाने के वक्त कोट में काफी भीड़ थी. सजा की बिंदुओं पर वादी और प्रतिवादी दोनों तरफ से बहस हुई बहस के बाद कोर्ट ने यह सजा सुनाई है. कोर्ट ने यह तर्क दिया कि आस्था के नाम पर शिष्या को हवस का शिकार बनाया गया है. गंभीर प्रकृति का अपराध है.

अपने को संत घोषित कर शिष्यों की बड़ी फौज खड़ा करने वाले आसाराम 2014 से जेल में बंद हैं. पूर्व के एक मामले में उन्हें आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है. वह राजस्थान के जोधपुर जेल में बंद हैं.