धनबाद (DHANBAD) : सूर्या  हंसदा एनकाउंटर के मामले में भाजपा पीछे हटने को तैयार नहीं है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि लोग जिन्हें दिशोम गुरु कहते हैं, वह कई गंभीर आपराधिक मामलों में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रहे. इसी तरह सूर्या  हांसदा पर भी अनेक मामलों में आरोप लगे.  लेकिन अधिकांश में वह वरी  हुए. न्यायालय में अब तक सूर्या  हांसदा किसी भी आपराधिक मामले में दोषी सिद्ध नहीं हुए है. इसलिए संसदीय कार्य मंत्री और झामुओं द्वारा उन्हें अपराधी कहना पूरी तरह से अनुचित है.  किसी व्यक्ति को अपराधी घोषित करने का अधिकार केवल न्यायालय के पास  है. जनप्रतिनिधियों के पास नहीं. 

विधानसभा में भी बाबूलाल मरांडी ने उठाया मामला 

विधानसभा में भी बाबूलाल मरांडी ने इस मामले को उठाया. उन्होंने कहा कि  हांसदा एनकाउंटर की सच्चाई को सरकार छिपा रही  इसकी निष्पक्ष जांच केवल सीबीआई से ही संभव है. उन्होंने कहा कि भाजपा इस मामले को सदन और सड़कों पर भी उठाएगी, सूर्या  हांसदा विशुद्ध रूप से एक राजनीतिक और सामाजिक व्यक्ति थे.  जिन्हें हेमंत सरकार द्वारा अपराधी बताया जा रहा है.  सूर्या  हांसदा  के ऊपर कुल  24 केस दर्ज थे, लेकिन 14 में वह बरी हो चुके थे.  24 में से 15 केस  पहले के थे. इनमें पांच केस में उन्हें जमानत मिल चुकी है, जबकि पांच केस में जमानत की प्रक्रिया चल रही थी.  वर्ष 2010 के बाद से उनके ऊपर कोई केस नहीं हुआ था. हेमंत सरकार में राजनीति विद्वेष के कारण वर्ष 2020 से 2025 के बीच उन पर 9 केस  कराये गए.  

पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन क्यों कर रहे कोर्ट जाने की बात 

इधर, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सोमवार की शाम हांसदा के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने सूर्या हांसदा की मां और पत्नी से बातचीत कर जानकारी ली. साथ ही उन्होंने भैरव राजा राज आवासीय विद्यालय के बच्चों से भी मुलाकात की.  उनके साथ पूर्व विधायक लोबिन  हेंब्रम और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे. उन्होंने कहा कि यह एनकाउंटर फर्जी है और इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए. उन्होंने साफ किया कि यदि सरकार जांच नहीं कराती  है, तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा. 

पढ़िए-झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने क्या कहा 
 
इधर, झामुमो नेता हेमलाल मुर्मू ने सूर्या  हांसदा के वर्ष 2003 से अब तक के सभी आरोपों, केस डायरी व आरोपो  की सूची जारी कर कहा है कि एक अपराधी को मसीहा बनाने  में भाजपा जुटी है. भाजपा और बाबूलाल मरांडी बताएं कि एक अपराधी को टिकट देकर चुनाव क्यों लड़वाया? आखिर भाजपा को सीआईडी जांच पर क्यों भरोसा नहीं है? सूर्या हांसदा 20 से अधिक हत्या, अपहरण, रंगदारी सहित अन्य मामलों के आरोपी थे. जब भाजपा की सरकार अपराध नियंत्रण करने के लिए इस तरह की कार्रवाई करें, तो वह सही, वही कोई अन्य सरकार करें तो गलत. खैर जो भी हो लेकिन सूर्या हांसदा एनकाउंटर को मामले को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने-सामने है.
 
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो