टीएनपी डेस्क - एयर इंडिया पर जो ग्रहण लगा है वह उतरने का नाम नहीं ले रहा. पिछले 12 जून को अहमदाबाद में जो बड़ा हादसा हुआ, उसके बाद से एयर इंडिया में समस्या ही समस्या देखी जा रही है. ताजा घटना में कई सांसदों की जान घंटों फंसी रही. इनमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल भी शामिल थे. उन्होंने तो कहा कि जान बच गई.

एयर इंडिया की फ्लाइट दिल्ली जा रही थी,क्यों किया गया डायवर्ट

एयर इंडिया की विमान ए आई 2455 तिरुवनंतपुरम से दिल्ली के लिए रवाना हुआ.  लेकिन इसे सुरक्षित तरीके से डायवर्ट किया गया. विमान को चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया. इस फ्लाइट में पांच सांसद के सी वेणुगोपाल, कोडिक्कुनिल सुरेश, अडूर प्रकाश, के राधाकृष्णन और रॉबर्ट ब्रूस शामिल थे. वैसे इस विमान में 100 यात्री थे जो दिल्ली जा रहे थे. के सी वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर इस घटना की जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि फ्लाइट की शुरुआत ही देरी से हुई और उड़ान भरने के तुरंत बाद हमें अभूतपूर्व टर्बूलेंस का सामना करना पड़ा. लगभग 1 घंटे बाद कप्तान ने फ्लाइट सिग्नल फाल्ट की घोषणा की और विमान को चेन्नई की ओर ले जाया गया.

वेणुगोपाल के अनुसार एयर इंडिया का यह विमान लगभग 2 घंटे तक हवा में उड़ता रहा. उसे चेन्नई एयरपोर्ट के ऊपर क्लीयरेंस का इंतजार करना पड़ा. उन्होंने यह भी कहा है कि एयरपोर्ट पर जिस रनवे पर यह विमान उतरने वाला था, उस पर पहले से ही एक विमान मौजूद था. 

एयर इंडिया के कप्तान ने त्वरित निर्णय लेते हुए विमान को फिर से ऊपर उठा लिया और यात्रियों की जान बच गई. दूसरे प्रयास में यह फ्लाइट चेन्नई एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड की.  कांग्रेस सांसद वेणुगोपाल ने कहा कि उन्होंने डीसीए और नागरिक उद्यान मंत्रालय से अपील की है कि इस घटना की तत्काल जांच कराएं. इस तरह की गलती दोबारा नहीं होनी चाहिए. वैसे एयर इंडिया ने के सी वेणुगोपाल की इस बात को गलत बताया है कि एक ही रनवे पर पहले से विमान मौजूद था. एयर इंडिया ने कहा है कि रनवे पर दूसरे विमान होने की बात गलत है और जहां तक एयरपोर्ट के ऊपर विमान को खींचने की बात है, यह पायलट को निर्देश दिया गया था कि वह एयरपोर्ट का चक्कर लगाए. इधर एयर इंडिया ने यह भी कहा है कि हमारे पायलट ऐसी परिस्थितियों को संभालने में पूरी तरह प्रशिक्षित हैं और सभी मानक का प्रयोग किया जाता है.