जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) में अवस्थित टाटा कमिन्स कंपनी के मैनेजमेंट को महाराष्ट्र शिफ्ट किये जाने का विरोध अब राज्य के मंत्री भी कर रहें हैं. झारखंड के  स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जमशेदपुर परिसदन में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन करके कंपनी के इस निर्णय का विरोध करते हुए इस पर पुनर्विचार करने को कहा. उन्होंने कहा कि टाटा कंपनी के संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी के सपनों को वर्त्तमान पदाधिकारी तोड़ने का काम कर रहे है. कंपनी सिर्फ व्यवसायिक पहलू पर ध्यान दे रही है. इन्होंने कहा कि पार्क वगैरह की ज़मीन सरकार से कंपनी ने 2 रुपये प्रति एकड़ लीज पर लिया है, लेकिन कंपनी उसका भी व्यवसायीकरण करने से बाज नहीं आ रही है. मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कंपनी लगातार नागरिक सुविधाओं को दर किनार करते हुए केवल व्यापार करने में लगी है और अब टाटा कमिन्स के मैनेजमेंट को महाराष्ट्र राज्य लेकर जाने की तैयारी में है, जो गलत होगा. ये मजदूरों के हक़ और अधिकारों को छीनने का प्रयास है जिसका विरोध होगा. मंत्री ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर झामुमो के 17नवंबर के आंदोलन का वे समर्थन करते हैं.

बाहर शिफ्ट नहीं होगी कंपनी

मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि जो भी कंपनी जमशेदपुर में है उसे किसी तरह से भी बाहर शिफ्ट नहीं करने दिया जाएगा और उसके लिए सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन किया जाएगा. बता दें कि टाटा कमिंस टाटा मोटर्स के लिए इंजन बनाता है. जिसका लीगल कार्यालय महाराष्ट्र के पुणे में है.

रिपोर्ट : अन्नी अमृता, जमशेदपूर