धनबाद (DHANBAD) : धनबाद में एक सप्ताह के भीतर कोयले के अवैध खनन के दौरान चार घटनाएं हो गई. एक फरवरी को निरसा की गोपीनाथपुर, कापासारा व दहीबाड़ी में एक -एक कर तीन हादसे हुए थे. इस हादसे में 10 से अधिक लोगों की मरने की बात सामने आ रही है. हालांकि जिला प्रशासन ने केवल 5 लोगों के मरने की पुष्टि की है. साथ ही यह भी स्पष्ट किया था कि हादसा निरसा में केवल एक ही जगह हुआ था. अभी निरसा मामले की जांच -पड़ताल चल ही रही थी कि महुदा में मंगलवार को दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई.
 
 हाई कोर्ट में दायर की जनहित याचिका 

इधर, धनबाद में कोयला चोरी और अवैध खनन के मामले को लेकर पूर्व बियाडा अध्यक्ष विजय कुमार झा ने  झारखंड के हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दी है. याचिका में उन्होंने हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी गठित कर जांच कराने की मांग की है. उनका कहना  है कि धनबाद जिले में हर साल लगभग 10 मिलियन टन कोयले की चोरी हो रही है. साथ ही अवैध खनन में हर वर्ष सैकड़ों जाने जा रही है. उन्होंने यह भी मांग की है कि पिछले कुछ वर्षों में अवैध उत्खनन में हुई मौतों की कोर्ट की निगरानी में समीक्षा हो और इसके लिए जो लोग जिम्मेवार हो, उनकी जिम्मेवारी तय की जाए.  याचिका में विजय झा ने कोयला सचिव ,सीआईएसएफ के डीजी , कोल इंडिया के सीवीओ ,कोल इंडिया के चेयरमैन, बीसीसीएल के सीएमडी, सीआईएसएफ के साथ झारखंड सरकार ,धनबाद के एसएसपी को भी पार्टी बनाया है. याचिका के मुताबिक धनबाद में 23 बंद खदानों से कोयला उत्खनन और चोरी हो रही है, इसमें हजारों लोग लगे हैं. याचिका में कहा गया है कि कोल इंडिया के सीवीओ से जानकारी मांगनी चाहिए कि पिछले 20 वर्षोंं में कितने कोयले की चोरी हुई है और कितने लोगों पर कार्रवाई की गई है. एसएसपी से पूछा जाना चाहिए कि कोयला चोरी में अब तक कितने  एफआईआर दर्ज हुए हैं और इसमें शामिल गैंग की संख्या क्या है.

सीआईएसएफ पर प्रतिवर्ष 200 करोड़ रुपए से अधिक  का खर्च

याचिका के अनुसार बीसीसीएल ,सीआईएसएफ पर प्रतिवर्ष 200 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करती है, बावजूद हर साल लगभग 10 मिलियन टन कोयले की चोरी हो रही है. चोरी में' रिमोट कंट्रोल' से गैंग चलाने वाले बच्चे और महिलाओं को भी शामिल करते हैं. पूछने पर विजय झा ने याचिका की पुष्टि करते हुए कहा कि वह चाहते हैं कि जिस तरह कोर्ट की निगरानी में चारा घोटाले की जांच -पड़ताल हुई ,उसी तरह धनबाद में कोयला चोरी की जांच भी हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी करे तो कोयलांचल का भी भला होगा, कोयला कंपनियों को भी लाभ होगा और लोग असमय काल के गाल में नहीं जाएंगे. 

रिपोर्ट : सत्य भूषण ,धनबाद