धनबाद (DHANBAD) : धनबाद के राजगंज  की थानेदार फिलहाल चर्चा में है. उनकी कुर्सी पर भी खतरा मंडराने लगा है. नौकरी पर भी संकट हो सकता है. विश्वस्त  सूत्रों के अनुसार उनका जाति प्रमाण पत्र रद्द करने की चिट्ठी धनबाद पहुंच गई है. अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव की ओर से जारी आदेश के बाद नौकरी पर भी खतरा बढ़ गया है. जानकारी के अनुसार जल्द ही इस पर कोई निर्णय लिया जा सकता है. सूत्रों के अनुसार आदेश की कॉपी फिलहाल धनबाद के जिला कल्याण पदाधिकारी को भेजी गई है.  

बहुत जल्द ही हेड क्वार्टर से धनबाद के एसएसपी सहित अन्य को भी सूचना दी जाएगी. उसके बाद कार्रवाई की गति तेज हो सकती है. अलीशा कुमारी 2018 बैच की सब इंस्पेक्टर है. उनपर फर्जी दस्तावेज पर प्रमाण पत्र हासिल करने का मुक़दमा भी हो सकता है. बोकारो के किसी प्रदीप कुमार रे ने साल 2023 में शिकायत की थी कि अलीशा कुमारी का जाति प्रमाण पत्र फर्जी है. शिकायत के आलोक और जांच के बाद अंचल अधिकारी, डुमरी द्वारा निर्गत जाति प्रमाण पत्र को रद्द करने का निर्णय लिया गया है.    प्रदीप कुमार रे का आरोप था कि अलीशा कुमारी ने झारखंड में बनिया जाति का प्रमाण पत्र दिखाकर पुलिस  में  नियुक्ति पाई है. आरोप के मद्देनजर समिति ने जांच कराई .  

सूत्रों के अनुसार 25 अप्रैल 2025 की बैठक में प्रदीप कुमार रे और अलीशा कुमारी ने अपना-अपना पक्ष रखा था. 23 मई  2025 की बैठक में अलीशा कुमारी और उनके पक्ष के दस्तावेजों व मौखिक उत्तर की समीक्षा की गई. 2 जुलाई 25 को हुई अंतिम बैठक में केवल प्रदीप कुमार रे  उपस्थित थे. विजिलेंस सेल एवं अंचल अधिकारी की जांच प्रतिवेदन और पक्षों  को सुनने के बाद यह निष्कर्ष निकला है कि अलीशा कुमारी द्वारा जाति प्रमाण पत्र के लिए दिए गए शपथ पत्र व दस्तावेज में कई विसंगतियां थी. इनमें विरोधाभास पाया गया. इस आधार पर समिति ने अलीशा कुमारी का पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र निरस्त करने का निर्णय लिया है. शिकायतकर्ता ने अलीशा कुमारी द्वारा फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे आरक्षण का लाभ लेने का आरोप लगाया था. 

रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो