धनबाद(DHANBAD): देश ही  नहीं, दुनिया की सबसे बड़ी कोयला उत्खनन कंपनी कोल इंडिया ने एक बड़ा निर्णय लिया है.  जानकारी के अनुसार कंपनी ने अनुकंपा पर नियोजन के एसओपी  को अंतिम रूप दे दिया है.  कोलकाता में शनिवार को हुई बैठक में यह सब हुआ है.  हालांकि  बैठक में जो  रिकमेंडेशन किए गए हैं, वह जेबीसीसीआई की मानकीकरण समिति की मंजूरी के बाद लागू किये जाएंगे .  वैसे, तो सूत्र बताते हैं कि तीन प्रमुख अनुशंसाए  की गई है.  लेकिन इसमें सबसे प्रमुख है कि आवेदन के मात्र 100 दिनों के भीतर अनुकंपा पर कोल् इंडिया और सहायक कंपनियों को नौकरी देनी होगी.  

आश्रित 3 साल तक नौकरी के लिए आवेदन कर सकते

जानकारी के अनुसार कर्मी की मौत पर आश्रित 3 साल तक नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है.  पहले आवेदन की समय सीमा तय नहीं थी.  इसके अलावा लाइव रोस्टर में आश्रित महिला को पहली  जुलाई 21 से शामिल करने पर सहमति बनी है.  कर्मी की मौत के अगले महीने  से ही आर्थिक मुआवजा दिया जाएगा.  उल्लेखनीय है कि आश्रित के नाबालिक होने पर कर्मी की मौत पर जब तक आश्रित को नियोजन नहीं मिलता है, तब तक पत्नी को कैटेगरी  वन के  बेसिक पे (लगभग 40,000 )का भुगतान हर माह होता रहेगा.  सूत्र बताते हैं कि एसओपी  में पहले के कई प्रावधानों में कुछ संशोधन किया गया है.  

 प्रत्यक्ष आश्रित को एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट से शपथ पत्र की जरूरत नहीं 

अनुशंसा के अनुसार प्रत्यक्ष आश्रित की स्थिति में नियोजन के लिए एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट से शपथ पत्र की जरूरत नहीं होगी.  अप्रत्यक्ष आश्रित के लिए शपथ पत्र एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट से देना होगा.  जब तक नियोजन नहीं मिलता है, तब तक कोयलाकर्मी  के प्रत्यक्ष आश्रित को कंपनी क्वार्टर में रहने एवं मेडिकल की सुविधा मिलती रहेगी.  प्रत्यक्ष आश्रित को रिलेशनशिप सर्टिफिकेट नहीं देना होगा.  दो की जगह एक ही गवाह की जरूरत होगी.  कोलकाता में शनिवार को हुई बैठक में मजदूर संगठन के नेता और कोल इंडिया के अधिकारी मौजूद थे.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो