रांची(RANCHI) हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है. भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रमास में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था.
दही हांडी के कांसेप्ट पर घर-घर हो रहा डेकोरेशन
कोविड-19 के दरमियान राजधानी रांची में किसी तरह का सामाजिक आयोजन नहीं देखने को मिल रहा हैं. लेकिन जन्माष्टमी के अवसर पर राज्य के मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए विशेष रूप से उसकी साज-सज्जा की गई है. कोरोना काल के कारण लोग अपने घरों में ही दही हांडी के कांसेप्ट पर डेकोरेशन कर रहे हैं. पुरोहितों के अनुसार रात 11 बजकर 59 मिनट से देर रात 12 बजकर 44 मिनट तक पूजा के लिए विशेष मुहूर्त है. हिन्दू धर्म के अनुसार इस दिन व्रत रखने के साथ-साथ विधि- विधान से भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की पूजा-अर्चना की जाती है. बता दें कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन व्रत रखने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
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