देवघर(DEOGHAR) उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री द्वारा एक नई पहल की शुरुआत की गई है. पहले की तरह वातावरण को शुद्ध रखने और थर्माकोल सहित प्लास्टिक के उपयोग का पूरी तरह से समाप्त करने की दिशा में उपायुक्त सहित अधिकांश अधिकारी, कर्मी ने पत्तल पर दोपहर का भोजन कर एक संदेश दिया. उपायुक्त ने बताया कि जिला,प्रखंड, पंचायत स्तर के अधिकारी और कर्मियों के सहयोग से ईको फ्रेंडली कॉन्सेप्ट के प्रति लोगों को इस दिशा में जागरूक किया जाएगा. पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भर समाज की परिकल्पना को साकार करने में उपायुक्त ने जिलावासी से इस पहल का सहयोग करने की अपील की है.

पत्तल में भोजन कर #GoGreen का दिया संदेश  

आत्मनिर्भर समाज और अपने पुराने जीवनशैली को अपनाने की अपील करते हुए उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि एक समय था जब शादी या किसी समारोह में विभिन्न प्रकार के पेड़ों के पत्तों से बनने वाले दोना-पत्तल का प्रयोग खाना भोजन के लिए किया जाता था. पिछले कुछ दशकों से इनका प्रचलन लगभग समाप्त हो गया है. कारण कुछ भी रहा हो लेकिन इनका स्थान थर्माकोल और प्लास्टिक ने ले लिया है. लेकिन आज के समय में थर्मोकोल से बनी सामान अनेक बीमारियों का मुख्य कारण बन गया है. ऐसे में आवश्यक है कि ईको फ्रेंडली कॉन्सेप्ट की दिशा में सभी लोग पत्तों से बने दोने-पत्तलों का उपयोग कर इस दिशा में एक दूसरे दूसरों को जागरूक करें.

#GoGreen कॉन्सेप्ट को जोड़ा जाएगा #DeogharMart के कॉन्सेप्ट से

इसके अलावे उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गई कि देवघर जिला अंतर्गत कई स्थानों पर थर्माकोल से बने सामानों पर प्रतिबंध लगाने से बाजार में फिर पेड़ के पत्तों से बने दोने-पत्तलों की मांग बढ़ रही है, जिनसे कई क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं. साथ ही इस दिशा में पुराने जमाने के कॉन्सेप्ट को अपडेट वर्जन के साथ #DeogharMart से भी जोड़ा गया है, जो बिजनेस भी बढ़ाएगा और लोगों को रोजगार भी देगा. वही दूसरी ओर विभिन्न प्रखंडो में महिला समूहों द्वारा पत्ते से दोना-पत्तल बनाने के कार्य को गति देने में सहयोग कर सकते हैं.

रिपोर्ट:ऋतुराज सिन्हा,देवघर