धनबाद(DHANBAD) के जेपी हास्पिटल का विवादों से पुराना नाता रहा है. बता दें कि बीते दिन यहां तैनात गार्डो ने अस्पताल में भर्ती महिला मरीज के परिजनों की इतनी बेरहमी से पीटा कि चार को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. दरअसल, पूर्वी टुण्डी थाना क्षेत्र के रहने वाले अरुण रजक ने अपनी पत्नी को एपेंडिक्स के आपरेशन के लिए यहां भर्ती करवाया था. आरोप है कि जब अस्पताल प्रबंधक ने मरीज के परिजन से इलाज के नाम पर पैसे मांगे और मरीज के परिजन ने पैसे देने में असमर्थता जतायी तो वंहा मौजूद गार्ड और कर्मचारियों ने परिजनों के साथ बदसलूकी करने शुरू कर दिया.

एम्बुलेंस का पीछा कर परिजनों के साथ मारपीट

बदसलूकी को लेकर बात आगे बढ़ गयी और अस्पताल के गार्ड ने परिजनों की इस कदर पिटाई कर दी कि चार लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.  यहां तक महिला मरीज को ले कर जाते वक्त भी अस्पताल के कर्मियों ने करीब आधा किलोमीटर तक एम्बुलेंस का पीछा कर परिजनों के साथ मारपीट की. पूरे घटना क्रम पर अस्पताल प्रबंधन मीडिया को कुछ भी बताने से परहेज़ करता रहा. वहीं अस्पताल के मालिक प्रदीप मंडल ने मरीज के परिजनों पर महिला कर्मचारी के साथ बदतमीजी का आरोप लगाया है.

अयुष्मान कार्ड के तहत ऑपरेशन करने की बात कह कर लगातार करते रहें पैसे की मांग

धनबाद के पूर्वी टुंडी के रहने वाले अरुण कुमार रजक गांव के ही कम्पाउंडर के कहने पर अपनी पत्नी को जेपी अस्पताल में भर्ती कराया था. भर्ती कराने के वक्त अरुण को कहा गया कि अयुष्मान कार्ड के जरिए ऑपरेशन होगा, जिसमें  पैसा नहीं लगेगा. मगर भर्ती के बाद लगातार अस्पताल प्रबंधक परिजन से पैसे की मांग करते रहें. परिजन भी किसी तरह पैसे का डिमांड पूरा करते रहे. पैसा खत्म हो जाने के बाद परिजनों ने मरीज को छुट्टी करवाने को कहा,  मगर अस्पताल प्रबंधक ने पैसे जमा करवाने की जिद्द कर मरीज को छुट्टी देने से इकार कर दिया. जिसके बाद मरीज के परिजन और अस्पताल प्रबंधक दोनों ही तरफ से गाली गलौज के साथ विवाद बढ़ने गया. जिस पर अस्पताल के गार्ड और कर्मचारियों ने मरीज के परिजनों की जमकर पिटाई शुरू कर दी. बता दें कि अभी तक दोनों पक्ष में से किसी ने भी पुलिस के पास शिकायत दर्ज नहीं कराई है. पूरे मामले की सच्चाई पुलिस जांच के बाद ही सामने आएंगी.

रिपोर्ट:अभिषेक कुमार सिंह,धनबाद