धनबाद ( DHANBAD) - मजदूर संगठनों की डोर पकड़कर राजनीति करने वालो में झामुमो के टुंडी विधायक मथुरा महतो भी शामिल हो गए हैं. हालांकि उनके इस कदम पर पार्टी ने कड़ा एतराज जताया है. केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया है. अब मथुरा महतो क्या जवाब देते हैं, इस पर बहुत कुछ निर्भर करेगा. मथुरा महतो का कहना है कि अभी नोटिस नहीं मिली है. मिलते ही तय समय में जवाब दे देंगे .
क्या है मामला
दरअसल,मथुरा बाबू ने हाल के दिनों में मासस समर्थित बिहार कोलियरी कामगार यूनियन के उपाध्यक्ष का पद स्वीकार किया ह . यह झामुमो से अलग पार्टी है ,जिसे पूर्व सांसद एके राय ने बनाया था. विनोद बिहारी महतो और शिबू सोरेन से अलग होकर एके राय ने यह पार्टी बनाई थी. वैसे,झामुमो के मजदूर संगठन के भी मथुरा महतो उपाध्यक्ष अभी भी हैं . मथुरा महतो से पार्टी की ओर से पूछा गया कि किन कारणों से आपने अपनी सीमा लांघ कर मासस की यूनियन को ज्वाइन किया है. The news post से बात करते हुए कहा कि पार्टी सुप्रीमों की नोटिस उन्हें अब तक नहीं मिला है. वे इसका जवाब भेज देंगे. वैसे ये आंतरिक मामला है. विधायक ने पार्टी में किसी तरह के मतभेद या नाराज़गी से इंकार किया है. विधायक का यह भी कहना है कि वह झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के गठन के पहले से ही बिहार कोलियरी कामगार यूनियन से जुड़े हुये थे . ऐसे में उन्हें कोई पदाधिकारी बना दिया जाता है तो वे क्या कर सकते है .उनके इस जवाब से झामुमो कितना संतुष्ट होगा,इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है .
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