दुमका(DUMKA): महाराष्ट्र के कल्याण रेलवे स्टेशन पर मुंबई सीडब्ल्यूसी की टीम ने रेस्क्यू कर दुमका जिले के विभिन्न प्रखंडों की 8 नाबालिग लड़कियों को वापस दुमका भेज दिया है. दरअसल, 22 सितंबर को कल्याण रेलवे स्टेशन पर इन लड़कियों को जीआरपी ने पूछताछ के लिए रोका. पूछने के बाद ये लड़कियां ना तो हिंदी बोल पा रही थीं और ना ही समझ पा रही थी. जीआरपी की टीम ने सभी लड़कियों को मुंबई सीडब्लूसी के सुपुर्द कर दिया. मुंबई सीडब्ल्यूसी की टीम द्वारा नाम पता के आधार पर सभी के परिजनों को मुंबई बुलाया गया. पहचान हो जाने के बाद सभी लड़कियों को मुंबई पुलिस के साथ दुमका भेजा गया और यहां दुमका सीडब्ल्यूसी के सुपुर्द कर दिया गया.
दुमका सीडब्ल्यूसी द्वारा कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सभी लड़कियों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया. इस तरह दुमका की आठ नाबालिग लड़कियों को ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार होने से बचा लिया गया, लेकिन सबसे बड़ा सवाल अब भी खड़ा है कि जिले के अलग-अलग प्रखंड की रहने वाली ये सारी लड़कियां एकत्रित होकर अपने आप काम की तलाश में गई थी या किसी बिचौलिए के माध्यम से कल्याण रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
Recent Comments