रांची(RANCHI): भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए एक बार फिर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स अकाउंट पर लिखा है कि, ‘एक असहाय मां को अपने बेटे का शव अस्पताल से लेने के लिए अपनी जमीन बेचनी पड़ी. यह घटना हेमंत सरकार के मुंह पर तमाचा है. सड़क हादसे में घायल बेटे का इलाज कराने के लिए मां ने हर संभव कोशिश की. अस्पताल ने 40 हज़ार रुपये का बिल थमा दिया और जब पैसे नहीं दिए गए, तो शव सौंपने से इंकार कर दिया.’

आगे बाबूलाल मरांडी ने कहा कि, अस्पताल के बिल को चुकाने व अपने बेटे के शव को लेने के लिए मजबूरी में उस मां ने अपनी वो जमीन बेच दी, जो शायद उसकी ज़िंदगी की आखिरी पूंजी थी. काले धन के लालच ने हेमंत सरकार को संवेदनहीन बना दिया है. यदि सरकार में नाम मात्र की भी शर्म बची हो तो अस्पताल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई करें.’

दरअसल, देवघर के मोहनपुर अंतर्गत चकरमा गांव का कन्हैया कापरी एक सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हो गया था. जिसके बाद उसे इलाज के लिए कुंडा के सेवा सदन अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत हो गई. ऐसे में अस्पताल द्वारा मृतक की मां को 40 हजार का बिल पकड़ा दिया गया. मृतक की मां बिल जमा करने में असमर्थ थी लेकिन बिना बिल जमा किए अस्पताल वालों ने शव देने से इनकार कर दिया. जिसके बाद मृतक की मां ने अपनी जमीन बेच कर अस्पताल का बिल भरा और अपने बेटे के शव को लेकर जा पाई.