धनबाद (DHANBAD) : गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने एक बार फिर बाघमारा क्षेत्र के माफिया और गोली-बम चलाने वालों को चुनौती दी है. कहा है कि किसी भी परिस्थिति से निपटने में वह सक्षम है. वह सबके सांसद हैं, कोई भी उनके पास अपनी समस्या लेकर आ सकता है. रविवार को वह ग्रामीण अधिकार मंच के कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि कोयलांचल में कोयला माफिया बेखौफ हो गए है. उन्हें किसी का डर नहीं है. झारखंड में मौजूदा सरकार में उनका मनोबल इतना बढ़ गया है कि वह कहीं भी गोली-बम चलाने से नहीं डरते. गिरिडीह सांसद रविवार को खानूडीह बसंती चौक में ग्रामीण अधिकार मंच की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे.
विस्थापित ग्रामीणों के हक को दबाने के लिए गोली-बम चले
उन्होंने कहा कि खरखरी में कोयला माफिया ने विस्थापित ग्रामीणों के हक को दबाने के लिए गोली-बम चलवाए, डीएसपी पर पत्थर फेंक कर उन्हें घायल कर दिया. मेरे आवासीय कार्यालय में तोड़फोड़, आगजनी की गई. लेकिन इन सबसे मैं डरने वाला नहीं हूं, कहा कि मैं भी एक विस्थापित ग्रामीण का बेटा हूं, विस्थापितों के लिए हमेशा लड़ाई लड़ता रहूंगा. बता दें कि 9 जनवरी को खरखरी में भयंकर बवाल हुआ था. हिल टॉप राइजिंग आउटसोर्सिंग कंपनी के बाउंड्री को लेकर दो गुट आमने-सामने हो गए थे. गोली -बम चले थे. उसके बाद छापेमारी को गए इलाके के सीडीपीओ को घायल कर दिया गया था. इस घटना ने धनबाद से लेकर रांची तक तहलका मचा दिया था. पुलिस के बड़े अधिकारी धनबाद पहुंचे और उसके बाद पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार किया. ताबड़तोड़ छापेमारी की जाने लगी.
घटना का किंगपिन कारू यादव भाग कर बिहार चला गया था
घटना का किंगपिन कारू यादव भाग कर बिहार चला गया था. लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले आई थी. उसके बाद ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान शुरू किया गया. कहा तो यह भी जाता है कि इस अभियान के दौरान पुलिस उन जगहों तक पहुंची, जहां कभी जाने से डरती थी. सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है. उसके बाद से इस घटना को लेकर संसद चंद्र प्रकाश चौधरी हमलावर है. पहले उन्होंने कहा था कि जब तक ग्रामीणों के साथ बातचीत नहीं हो जाती, कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती तब तक आउटसोर्सिंग कंपनी के बॉउंड्री का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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