धनबाद(DHANBAD):  बिहार से गिरफ्तार करने के बाद बाघमारा कांड के किंगपिन कारू  यादव को गुरुवार को पुलिस मधुबन थाना लेकर पहुंची.  भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कारू  यादव को उसके मार्केट कंपलेक्स  ले जाया गया.   पुलिस मार्केट कॉम्प्लेक्स की  जांच पड़ताल भी की. पुलिस को कारू यादव ने क्या क्या बताया ,इसका तो खुलासा नहीं हुआ है.  इसके अलावे पुलिस ने कारू  यादव का इलाके में दहशत कम करने के लिए उसे बाजार में हथकड़ी के साथ घुमाया भी.  बता दें कि बुधवार की रात धनबाद पुलिस की स्पेशल टीम ने उसे बिहार के जमुई से गिरफ्तार किया था.  रातों-रात पुलिस लेकर उसे धनबाद आ गई थी.  दूसरे किसी थाने में रखकर उससे  पूछताछ की जा रही थी. 

गिरफ्तारी के लिए पुलिस के तेज तर्रार अधिकारियों की टीम लगी हुई थी

 कारू  यादव की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के तेज तर्रार अधिकारियों की टीम लगी हुई थी.  यह टीम केवल झारखंड में ही नहीं बल्कि बिहार ,उत्तर प्रदेश और बंगाल में भी ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही थी. 9 जनवरी के बाद से ही पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. वह खरखरी गोलीकांड, बमबाजी, आगजनी और पत्थरबाजी का मुख्य आरोपी है. पुलिस इस मामले में अब तक 9 एफआईआर दर्ज की है. बुधवार को ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी ने बताया था कि कारू यादव के भाई वीरेंद्र यादव सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
 
ग्रामीण एसपी ने बताया था कि मार्किट काम्प्लेक्स से बम हुए थे बरामद 
 
 ग्रामीण एसपी ने बताया था कि खरखरी बड़ा तालाब किनारे स्थित रितु मार्केट कांप्लेक्स में स्थित रमन विश्वकर्मा की दुकान से गोली और बम बरामद किए गए है. यह मार्किट कारू यादव का है. इस मामले को लेकर आर्म्स एक्ट का मुकदमा भी दर्ज किया गया है.   तारीखों के आईने में अगर बाघमारा कांड को देखा जाए तो 9 जनवरी को गोलीबारी, बमबारी से शुरू हुआ पुलिस एक्शन 15 तारीख की रात को तब जाकर थोड़ा ढीला पड़ा, जब घटना का किंगपिन कारू यादव पुलिस की गिरफ्त में आ गया. हालांकि पुलिस का एक्शन अभी भी जारी है. घटना का "किंगपिन' देवेंद्र यादव कैसे कारू यादव बन गया? कैसे आशाकोठी में उसका खुद का राज स्थापित हो गया? कैसे कोयला चोरी में इलाके का वह "किंग" बन गया?उसकी पहुंच कहां तक हो गई ? इन सब की अब जाँच होगी. .

9 जनवरी को को घायल हो गए थे डीएसपी 
 
दरअसल 9 जनवरी को 12 से 12:30 बजे के बीच खरखरी जंगल में हिल टॉप राइजिंग आउटसोर्सिंग कंपनी के लिए चारदीवारी का निर्माण शुरू होते ही गोलीबारी शुरू हो गई थी. एक  को गोली लग गई, कई लोग घायल होकर अस्पताल पहुंच गए. उसी दिन सांसद कार्यालय को फूंक दिया गया. आरोप कारू यादव के समर्थको पर लगा.  उसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और उसी दिन दो से तीन बजे के बीच डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम कारू  यादव के मार्केट कांप्लेक्स में छापामारी को पहुंची. पुलिस को सूचना थी कि कई लोग मार्केट कांप्लेक्स में छुपे हुए है. डीएसपी के नेतृत्व में पहुंची टीम जैसे ही मार्केट परिसर पहुंची, यह सूचना कारू यादव को मिली तो वह भी मार्केट कंपलेक्स पहुंच गया. पुलिस ने जब का रू यादव को हिरासत में लिया तो पत्थरबाजी शुरू हो गई और डीएसपी घायल हो गए. डीएसपी के घायल होने के बाद कारू यादव फरार हो गया.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो