धनबाद(DHANBAD): बिहार में चुनाव सिर  पर है, लेकिन हर दल में हंगामा  है.  महागठबंधन में लालू परिवार में घमासान मचा हुआ है.  टिकट को लेकर अपने -अपने दावे किए जा रहे हैं, तो एनडीए की  हालत भी  बहुत अच्छी  नहीं है. जन सुराज के सूत्रधार  प्रशांत किशोर के आरोपों  के बाद भाजपा सहित एनडीए के नेता बैकफुट पर दिख रहे है.  यह  अलग बात है कि जदयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी ने एक बार फिर प्रशांत किशोर को मानहानि का नोटिस भेजा  है. एक सौ  करोड़ का मानहानी का  दावा किया गया है.  कहा गया है कि वह माफी मांगे, नहीं तो मुकदमा दर्ज करेंगे.  इधर, बीजेपी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने लोकसभा चुनाव के दौरान आरा में अपनी हर में भितरघात  करने वालों को विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने पर उनके खिलाफ प्रचार करने की धमकी दे दी  है.  

भितरघात करनेवालों को दे दी है खुली चुनौती 

रिटायरमेंट के बाद नेता बने पूर्व आईएएस ऑफिसर आरके सिंह ने कहा है कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और जनता दल यूनाइटेड के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को भितरघात  करने वालों के नाम बता दिए हैं और कह दिए हैं कि अगर उन्हें लड़ाया जाता है, तो इलाके में एनडीए के खिलाफ प्रचार करेंगे.  आरके सिंह ने भाजपा के नेता राघवेंद्र सिंह और अमरेंद्र सिंह तथा जदयू नेता भगवान सिंह कुशवाहा और राधा चरण साह  पर लोकसभा चुनाव में भितरघात  का आरोप लगाया है.  कहा  है कि उन्होंने जेपी नड्डा और संजय झा को इसके बारे में सब कुछ बता दिया है.  बताया जाता है कि भगवान सिंह  कुशवाहा कुछ समय राजद  में भी रहे और 2014 में आर के  सिंह के खिलाफ चुनाव लड़े थे.  जदयू में लौटने  के बाद वह विधान पार्षद है.  राधाचरण साह  भी जदयू में  हैं और पहले राजद  के विधान पार्षद रहे है. 

भाजपा नेताओं को भी दे डाली है नसीहत 
  
आरके सिंह ने बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को सलाह दी है कि वह प्रशांत  किशोर के आरोपों का जवाब दें या इस्तीफा दे.  आरके सिंह ने कहा कि इसके कारण पार्टी की बदनामी हो रही है. हमलोग चुनाव में जाने वाले है.  इसलिए जरूरी है कि जिन पर आरोप लगा है, वह सामने आकर अपनी बात रखे.  उल्लेखनीय है कि जनसुराज  के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पिछले सप्ताह सम्राट चौधरी, दिलीप जायसवाल, मंगल पांडे, अशोक चौधरी, संजय जयसवाल पर अलग-अलग तरह के आरोप लगाए थे. 

आर के सिंह का कहना है कि  आरोपों का जवाब देना चाहिए 
 
आर के सिंह का कहना है कि आरोपों  से भागने  के बजाय उसका जवाब देना चाहिए, अगर जवाब नहीं है, तो इस्तीफा दे देना चाहिए.  भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी  से बीजेपी में  राजनेता बनने के बाद कई सालों तक नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रहे आरके सिंह आरा लोकसभा  सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव माले  के  सुदामा प्रसाद से हार गए थे. आरके सिंह समेत शाहाबाद में बीजेपी और जदयू के ज्यादातर कैंडिडेट हार गए थे.  काराकाट से उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह के निर्दलीय लड़ने से पूरे मगध से शाहाबाद तक समीकरण बदल गया था.  अब आरके सिंह सीधे तौर पर अपनी हार के लिए भितरघात  को जिम्मेदार बता रहे हैं और बगावती  तेवर अख्तियार किए हुए है.
 
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो