TNP DESK- आज झारखंड सरकार की कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. इस बैठक की अध्यक्षता सीएम हेमंत सोरेन ने की. इसमें 14 प्रस्ताव पारित किए गए. कैबिनेट बैठक में हेमंत सरकार ने 8,900 TGT और PGT शिक्षकों के पद सरेंडर करने का निर्णय लिया है.मंत्रीपरिषद ने सरकारी माध्यमिक विद्यालय टीजीटी संवर्ग और पीजीटी संवर्ग के रिक्त पदों में से 8900 पदों को 510 सरकारी प्लस टू विद्यालयों में माध्यमिक आचार्य संवर्ग में प्रत्यर्पित करने का निर्णय लिया है.

बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर क्या कहा

हेमंत सरकार के इस फैसले बाद बाबूलाल मरांडी ने सवाल खड़ा किया है. बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर लिखा कि जब राज्य में शिक्षक के लाखों पद पहले से ही रिक्त हैं, तब TGT और PGT के 8,900 पदों को एक झटके में खत्म कर देना शिक्षित बेरोज़गारों के साथ अन्याय है, साथ ही प्रदेश के शिक्षा तंत्र को भी कमजोर करने का प्रयास है.  यह फैसला उन हज़ारों युवाओं की उम्मीदों का अंत है, जो सालों से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे. शिक्षक पदों को खत्म करने का दुष्प्रभाव विद्यार्थियों के भविष्य पर पड़ेगा. सरकार अविलंब इस निर्णय को वापस ले और जल्द से जल्द खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू करे.

कैबिनेट में लिया गया ये फैसला

सरकार ने पुराने पदों को सरेंडर कर नए पदों को सृजित किया है . झारखंड के सरकारी माध्यमिक विद्यालय शिक्षक (TGT) संवर्ग (सप्तम वेतनमान स्तर L/7, रु. 44,900-1,42,400/-) तथा सरकारी +2 विद्यालय शिक्षक (PGT) संवर्ग (सप्तम वेतनमान् स्तर, L/8, रु. 47,600-1,51,100/-) के क्रमशः रिक्त 9,470 एवं 797 पद में से क्रमशः 8,650 एवं 250 पद, कुल 8,900 पदों का प्रत्यर्पण एवं 510 सरकारी +2 विद्यालयों में माध्यमिक आचार्य (Secondary Acharya) संवर्ग (सप्तम वेतनमान् स्तर, L/6, रु. 35,400-1,12,400/) के आवश्यकता आधारित 1373 माध्यमिक आचार्यों (Secondary Acharya) के पद सृजन की स्वीकृति दी गयी है.