धनबाद (DHANBAD) : झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह को सोमवार की देर शाम रांची के रिनपास से छुट्टी मिल गई. वह व्हीलचेयर पर बैठकर रिनपास  से बाहर निकले. उनका लुक बदला हुआ नजर आया. काफी कमजोर दिख रहे थे. फिलहाल हायर सेंटर में उनका इलाज कराने की तैयारी है. पारिवारिक सूत्रों के अनुसार फिलहाल उनका इलाज महत्वपूर्ण है. पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोप में जेल में बंद संजीव सिंह को 8 साल के बाद जमानत मिली है. इससे पहले सोमवार की दोपहर धनबाद के एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश दुर्गेश चंद्र अवस्थी की अदालत ने संजीव सिंह को 20-20  हजार रुपए के दो मुचलकों पर जमानत पर मुक्त करने का आदेश दिया. बेल बांड भरने के बाद कोर्ट से जेल प्रशासन को संजीव सिंह की रिहाई का आदेश भेजा गया.  

सुप्रीम कोर्ट से उन्हें मिली है सशर्त जमानत 

जेल प्रशासन ने आदेश की कॉपी रांची रिनपास को भेजी.  जानकारी के अनुसार बंध पत्र के साथ कोर्ट में हाजिर होने के अलावा, मुकदमे की समाप्ति तक, धनबाद जिले में प्रवेश नहीं करने का अलग से बेल बांड भी अदालत में दाखिल किया गया. 8 अगस्त 2025 को सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें सशर्त  जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था. सोमवार को  रिहाई की सूचना पर संजीव सिंह के समर्थक भारी संख्या में रांची पहुंच गए थे.  संजीव सिंह जैसे ही रिनपास  से बाहर निकले, समर्थक नारेबाजी करने लगे. संजीव सिंह को उनकी पत्नी विधायक रागिनी सिंह लेकर रिनपास से बाहर आई. संजीव सिंह को जमानत मिलने के बाद सिंह मेंशन परिवार और उनके समर्थक खुश है. झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह 8 साल 4 महीने बाद खुली हवा में सांस ली है. संजीव सिंह को 11 अप्रैल 2017 को गिरफ्तार किया गया था.  

8 साल से अधिक समय तक संजीव सिंह जेल में रहे 

8 साल से अधिक समय से वह न्यायिक हिरासत में रहे. बता दें कि धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोप में जेल में बंद थे.  21 मार्च "2017 को धनबाद के सरायढेला  के स्टील गेट में नीरज सिंह, उनके पीए अशोक यादव, ड्राइवर घल्टू  महतो और अंगरक्षक मुन्ना तिवारी की हत्या कर दी गई थी. इस घटना ने कोयलांचल को झकझोर दिया था. हत्याकांड में गोलियों की बारिश की गई थी. 21 मार्च '2017 को नीरज सिंह अपनी गाड़ी से अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान घात लगाए अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी. सैकड़ो राउंड फायरिंग की गई. घटनास्थल पर ही चारों लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद कोयलांचल में सन्नाटा पसर गया था. इस घटना में संजीव सिंह ने थाने में सरेंडर किया था. इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था. घटना में शूटरों  के तार उत्तर प्रदेश से जुड़े. इसी मामले में अमन सिंह को गिरफ्तार कर पुलिस ले आई थी. अमन सिंह की हत्या धनबाद जेल में तीन दिसंबर 2023 को  कर दी गई थी.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो