रांची (RANCHI) : उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (यूपी एसटीएफ) ने अफीम तस्करी के एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें रांची निवासी सुदेश यादव का नाम सामने आया है. जांच में खुलासा हुआ है कि सुदेश यादव से नशीला पदार्थ लेकर तस्कर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में सप्लाई करते थे.

यूपी एसटीएफ ने 25 अक्टूबर की रात इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया. इनके पास से 4.131 किलोग्राम अफीम बरामद की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 20 लाख रुपये आंकी गई है.

झारखंड के दो आरोपी गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए छह तस्करों में से दो झारखंड के निवासी हैं. इनमें चंदन यादव (इटखोरी, झारखंड) और मंटू कुमार (चौपारण, झारखंड) शामिल हैं. बाकी आरोपियों की पहचान राजकुमार, तेजराम, अंकित सिंह और शेर सिंह (सभी बरेली निवासी) के रूप में हुई है. पूछताछ में इन तस्करों ने सुदेश यादव का नाम लिया, जिसके बाद यूपी एसटीएफ ने उसकी तलाश तेज कर दी है.

झारखंड में चला था अफीम उन्मूलन अभियान
राज्य में अफीम की अवैध खेती पर लगाम लगाने के लिए झारखंड पुलिस ने नवंबर 2024 से जनवरी 2025 तक एक बड़ा अभियान चलाया था. इस दौरान 19,086 एकड़ भूमि पर लगी अफीम की फसल को नष्ट किया गया.

सबसे अधिक कार्रवाई खूंटी जिले में हुई, जहां 10,520 एकड़ में लगी फसल को नष्ट किया गया. वहीं रांची जिले में 4,624 एकड़ में उगाई गई फसल को तबाह किया गया. 

पूरे अभियान के दौरान 283 मामले दर्ज किए गए और 190 लोगों को गिरफ्तार किया गया. जनवरी 2024 तक यह आंकड़ा सिर्फ 3,974 एकड़ था, लेकिन एक साल में यह चार गुना से ज्यादा बढ़ गया, जिससे राज्य में अफीम तस्करी के बढ़ते नेटवर्क का अंदाजा लगाया जा सकता है.