धनबाद(DHANBAD) | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लाल किले की प्राचीर से अमेरिका का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उसे दो टूक संदेश जरूर दे दिया.  प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत किसानों के हितों से कभी समझौता नहीं करेगा.  कभी किसी भी हानिकारक नीति को स्वीकार नहीं करेगा.  मोदी किसी भी प्रतिकूल नीति से किसानों और मछुआरों की रक्षा के लिए दीवार की तरह खड़ा है.  प्रधानमंत्री ने कहा कि हम किसी भी लकीर को छोटी  करने में अपनी ताकत बर्बाद नहीं करेंगे.  हमें  अपनी ताकत से अपनी लकीर को बड़ी करनी है.  

अगर हम अपनी लकीर को बड़ी कर दें, तो दुनिया लोहा मानेगी.  अमेरिका के राष्ट्रपति का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि वैश्विक परिस्थितियों में आर्थिक स्वार्थ बढ़ रहा है.  उन्होंने कहा कि मैं 25 साल के अपने शासन के अनुभव से कह सकता हूं कि कोई स्वार्थ हमें अपने चंगुल में नहीं फंसा सकता है .  प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में ऐसी तबाही मचाई है कि उसकी नींद उड़ी हुई है.  अगर दुश्मनों ने आगे भी कोई हिमाकत की, तो मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.  भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेल नहीं सहेगा. 

 उन्होंने लाल किले प्राचीर  से यह भी कहा कि सिंधु जल समझौता अन्यायपूर्ण और एक तरफ़ा  है.  जो भारत को मंजूर नहीं है.  उन्होंने यह भी  कहा कि साल 2035 तक भारत सुदर्शन चक्र नामक एक अत्याधुनिक राष्ट्रीय सुरक्षा कवच तैयार करेगा.  यह मिशन न केवल देश की सीमाओं की रक्षा करेगा, बल्कि भविष्य की तकनीक आधारित युद्ध रणनीतियों में भी भारत को मजबूत बनाएगा.  उन्होंने कहा कि इस मिशन का पूरा रिसर्च डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग भारत में ही होगा और इसमें देश के युवाओं और वैज्ञानिकों की प्रमुख भूमिका होगी.