साहिबगंज:जिले में साइंस के क्षेत्र में जिले को और अधिक उन्नतशील बनाने के उद्देश्य से कोलकाता और पटना जैसे शहरों के तर्ज पर साहिबगंज में भी एक भव्य साइंस सेंटर का निर्माण करवाया गया है. डीएमएफटी फंड से 1,47, 50,000 रुपए की लागत से जिला प्रशासन की ओर से इस साइंस सेंटर का निर्माण शहर के सिदो-कान्हू स्टेडियम के समीप पूर्व के जवाहर नवोदय विद्यालय भवन में करवाया गया है. इस साइंस सेंटर का उद्घाटन साइंस डे यानी 28 फरवरी को या फिर किसी और दिन राज्य के मुख्य मंत्री के हाथों हो सकता है.

सिलीगुड़ी और हजारीबाग के 15 सदस्यीय टीम ने तैयार किया साइंस सेंटर

इस साइंस सेंटर को सिलीगुड़ी और हजारीबाग के 15 सदस्यीय टीम ने लगभग चार महीने में तैयार किया है. यहां पहुंचने वालों को एक खास अनुभव मिलेगा क्योंकि छात्रों, परिवारों और विज्ञान प्रेमियों को ध्यान रखते हुए इसे 8 अलग-अलग कमरों में तैयार किया गया है. स्पेस रूम में सितारों को छूने से लेकर खनिज गैलरी में पृथ्वी के खजाने का अनावरण करने तक, हर कमरा विज्ञान और तकनीकी का एक अनूठा दृष्टिकोण प्रदान करता है. इंटरएक्टिव प्रदर्शन, लाइव डेमो और वर्क शॉप्स सीखने के साथ-साथ इस मज़ेदार और यादगार बनाएगा.साइंस में रुचि रखने वाले बच्चे इस साइंस सेंटर में साइंस से संबंधित अपनी जिज्ञासाओं का समाधान पा सकेंगे. यहां 30 बच्चे एक साथ बैठकर विज्ञान से संबंधित जानकारी हासिल कर सकेंगे. साइंस सेंटर के माध्यम से घटनाओं, नियमों, सिद्धांतो के कार्य- कारण को समझना एवं बच्चों में एक समझ विकसित करना भी एक महत्वपूर्ण उद्देश्य होगा.

जानिए किसे सौंपी गई है साइंस सेंटर के देखरेख की जिम्मेदारी 

फिलहाल झारखंड के साहिबगंज एवं गुमला जिले में इस प्रकार के साइंस सेंटर का निर्माण करवाया गया है. इस साइंस सेंटर के देखरेख की जिम्मेदारी हिडन लैंप प्राइवेट लिमिटेड, जोधपुर राजस्थान को सौंप गई है. साहिबगंज के साइंस सेंटर का निर्देशक इमरान खान उर्फ समीर होंगे. उनके अनुसार इस साइंस सेंटर में को अधिक से अधिक आकर्षक और तथ्यों से भरपूर बनाने का प्रयास किया गया है. यहां पहुंचने वाले बच्चों एवं लोगों को साइंस से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान हो पाएगा.

 साइंस सेंटर का कितना होगा प्रवेश शुल्क

साइंस सेंटर में 16 वर्ष तक के बच्चों के लिए प्रवेश शुल्क 20 रुपए एवं इससे ऊपर आयु वर्ग के लोगों के लिए 30 रुपए होगा. साइंस सेंटर विज्ञान और नवाचार की दुनिया में शिक्षा और नवाचार का एक प्रतीक होगा, जो यहां पहुंचने वाले छात्रों एवं अन्य लोगों को विज्ञान तकनीकी और इतिहास के क्षेत्रों की रोमांचक यात्रा प्रदान करेगा. यह साइंस सेंटर इंटरैक्टिव प्रदर्शन और थीम आधारित कमरों के माध्यम से सीखने और अनुभव करने का अवसर प्रदान करेगा.

साइंस रूम से मज़ेदार और इंटरैक्टिव प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों का होगा अनुभव

साइंस सेंटर आठ विशेष कमरों में विभाजित है, जिनमें हर कमरा एक अद्वितीय और अद्भुत विषयों पर केंद्रित है. इंडस्ट्रियल रूम के माध्यम से मशीनों, रोबो टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में प्रवेश कर सकेंगे. वहीं यहां पहुंचने वाले लोग भाप इंजन, कन्वेयर बेल्ट, 3डी प्रिंटर, रोबोटिक कुत्तों और अन्य मॉडलों को देख सकेंगे. यह इतिहास और आधुनिक नवाचार का आदर्श मिश्रण है.साइंस रूम से मज़ेदार और इंटरैक्टिव प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों का अनुभव हो सकेगा. यहां बने भौतिक और जीव विज्ञान का कमरा युवाओं में कई जिज्ञासाएं उत्पन्न करेगा. यहां बने खनिज गैलरी क्षेत्र के समृद्ध खनिज संसाधनों की जानकारी मिलेगी. गैलरी में दुर्लभ खनिज उनके गुण,औद्योगिक और दैनिक जीवन में उपयोग को दर्शाता है.

विज्ञान को समझने वाले बच्चों को मिलेगी ये सभी जानकारी 

इवोल्यूशन केव के माध्यम से समय की यात्रा की जा सकेगी. पृथ्वी और जीवन कैसे विकसित हुआ इसकी जानकारी इससे मिल सकेगी. यहां बने आधुनिक कृषि क्षेत्र के स्ट्रक्चर से स्मार्ट खेती के तरीकों, मृदा विश्लेषण आदि की जानकारी मिलेगी. वहीं स्पेस रूम से ब्रह्मांड में प्रवेश करने जैसी अनुभूति होगी. चाहे पहली बार विज्ञान को समझने वाले बच्चे हों या अपनी जिज्ञासा को फिर से जागृत करने वाले वयस्क साइंस सेंटर सभी के लिए कुछ न कुछ पेश करेगा.

रिपोर्ट: गोविन्द ठाकुर