रोहतास (ROHTAS) : बिहार में चुनाव आयोग ने एस आई आर का काम क्या किया, बिहार सरकार के जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारियों की पोल खुलती ही जा रही है. अब ताजा मामला रोहतास के नासरीगंज का, जहां सरकारी कागज़ात का ऐसा तमाशा हुआ कि सुनकर आप भी कहेंगे “वाह रे टेक्नोलॉजी!” दरअसल निवास प्रमाण पत्र के लिए आवेदन आया था जिसमें नाम था ‘कैट कुमार’, पिता ‘कैटी बॉस’ और मां का नाम था ‘कैटिया देवी’. ऊपर से फोटो में भी बिल्ली की शान से मुस्कुराती हुई तस्वीर लगी थी. 

जिलाधिकारी उदिता सिंह ने केस को गंभीर मानते हुए सीधा FIR कराने के निर्देश दिए हैं. साथ ही अब पुलिस मोबाइल नंबर से उस “शरारती इंसान” की तलाश में है, जिसने सिस्टम के साथ ये बिल्ली-चूहे का खेल खेला है. 

मामला ऐसे वक्त पर सामने आया है जब पूरे बिहार में मतदाता सूची और निवास प्रमाण पत्र अपडेट करने का काम जोर-शोर से चल रहा है. लेकिन ये फर्जी और मजाकिया आवेदन साबित कर रहे हैं कि सिस्टम में कहीं न कहीं बड़ा “छेद” है. 

इधर विपक्ष ने भी मौका लपकते हुए सरकार पर तंज कसा और कहा है, “जहां इंसान की फाइल धूल खा रही है, वहां बिल्लियां भी VIP ट्रीटमेंट पा रही हैं!”ऐसे में अब देखना ये है कि इस “कैट-सीटी” खेल के पीछे असली ‘म्याऊं मास्टर’ कब पकड़ में आता है.