टीएनपी डेस्क(TNP DESK): भारतीय निर्वाचन आयोग ने आज यानी शुक्रवार को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है. इस आयोजन के दौरान आयोग गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कोई अपडेट दे सकताहै. वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयोग चुनावी कार्यक्रम की घोषणा कर सकती है. साथ ही तारीखों का भी ऐलान कर सकती है. आपको बता दें कि इसी साल के अंत तक दोनों राज्यों में विधानसभा का चुनाव होना है. फिलहाल दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है.
हिमाचल का इतिहास, भाजपा पर पड़ सकता है भारी
हिमाचल प्रदेश की राजनीति और वहां की चुनावी समीकरण बाकी राज्यों से काफी अलग है. साल 1985 के बाद कोई भी पार्टी की सरकार लगातार दो बार सत्ता में वापसी नहीं कर पाई है. यहां की राजनीति पांच-पांच साल की चलती है. पांच साल कांग्रेस फिर भाजपा और फिर कांग्रेस. वहीं, बात अगर पिछले चुनाव की करें तो 68 सीटों पर विधानसभा का चुनाव हुआ था, जिसमें 44 सीट भाजपा को, 21 सीट कांग्रेस को और बाकी तीन सीटों पर निर्दलीय और बाकी पार्टियों ने कब्जा जमाया था. हालांकि इस बार भाजपा 1985 से चले आ रहे इतिहास को खत्म करना चाहती है और पार्टी पूरे जोर से वहां लगी हुई है.
गुजरात में मोदी और शाह की नजर
गुजरात जीतना भाजपा के लिए सबसे जरूरी है. क्योंकि वहां से प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की साख जुड़ी हुई है. गुजरात में कुल 182 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. गुजरात जीतने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. वहीं, बात अगर आंकड़ों की करे तो पिछले गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 99 सीटों पर जीत हासिल की थी और बहुमत का आंकड़ा हासिल किया था. वहीं, कांग्रेस के खाते में 77 सीट आयी थी. बाकी बचे 6 सीटों पर निर्दलीय और अन्य दलों ने जीत हासिल की थी.
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