पलामू (PALAMU) : हुसैनाबाद के पचंबा गांव निवासी कामेश राम के 6 वर्षीय पुत्र सचिन कुमार की मौत इंजेक्शन देने से हो गई. मृतक के पिता कामेश राम ने बताया कि 15 अगस्त को झंडोत्तोलन के बाद उनका पुत्र घर आया. उसे लगा की बिच्छू ने डंक मार दिया है. परिवार के लोगों के साथ उसे हुसैनाबाद भेजा गया था. नजदीक में हड़ही नदी के समीप कथित डाक्टर पंकज कुमार का क्लीनिक दिखा. उसे वहीं दिखाया गया. दोपहर में दो इंजेक्शन देकर भेज दिया गया. जब बेचैनी बढ़ने लगी तो पुनः घर के लोग सचिन को पंकज कुमार के पास लाया. उन्होंने पुनः दो इंजेक्शन और लगा दिया. हालत बिगड़ता देख परिजन उसे मेदिनी राय मेडिकल अस्पताल लेकर गए. चिकित्सकों ने गलत इलाज बताकर इजाज शुरू किया, मगर सचिन कुमार ने रात्रि 12 बजे दम तोड दिया.
घटना के बाद अक्रोषित परिजन व गांव के लोगों ने जमकर बवाल काटा. इस बीच कथित चिकित्सक पंकज कुमार फरार होने में कामयाब हो गया. इस मामले को लेकर दर्जनों ग्रामीण व परिजन हुसैनाबाद थाना में आरोपी कथित डॉक्टर के खिलाफ आवेदन दिया है. मृतक किशोर के पिता कामेश राम ने बताया कि चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई व उचित मुआवजा की मांग की है.
इस संबंध में थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी ने बताया कि आवेदन प्राप्त होने पर मामले की छानबीन कर उचित कार्रवाई की जायेगी. उधर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक विनेश राम ने कहा कि फर्जी चिक्तसाकों के खिलाफ छापेमारी अभियान समय-समय पर चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के सभी अवैध क्लिनिको को चिन्हित कर कार्रवाई की जायेगी. इसके लिए टीम गठित की गई है. उधर चौक चौराहों पर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग ने कई कथित फर्जी चिकित्सक ममता मिश्रा, सीमा मिश्रा, अखिलेश पासवान, संतोष कुमार आदि का क्लीनिक गत माह सील किया गया था. आज भी उन क्लिनिकों में नीम हकीम अपना क्लीनिक चला रहे हैं. इसी प्रकार हैदरनगर के हर गली मुहल्ले में फर्जी चिकित्सकों का क्लीनिक कौन कहे नर्सिंग होम तक चल रहा है. लोगों का आर्थिक शोषण के साथ जान भी गवाना पड़ता है. प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग मौन तमाशाई बन बैठा है. कई फर्जी क्लीनिको और नर्सिंग होम के संचालकों ने एमबीबीएस डॉक्टर का बोर्ड लगा रखा है.
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