धनबाद(DHANBAD): यूनियन के नाम पर रंगदारी और दबंगता कोयलांचल की रग-रग में समाया हुआ है. अपना अधिकार क्षेत्र बढ़ाने और अपने को बाहुबली साबित करने के लिए यूनियनों का सहारा लिया जाता है. इतना ही नहीं मजदूरों की आड़ में स्वार्थ सिद्धि का खेल भी खूब चलता है. यूनियनों से मजदूरों का कितना भला होता है, यह तो वही जाने लेकिन नेताओं की खादी इससे खूब चमकती है.
मंगलवार को पूर्वी झरिया क्षेत्र के महाप्रबंधक और जनता मजदूर संघ (बच्चा सिंह गुट ) के नेताओं के बीच जो हुआ, उसके पीछे भी लगभग इसी तरह की बातें कहीं जा रही हैं. कल की घटना ने जहां कोयला अधिकारियों को उद्वेलित कर दिया है, वहीं अब जनता मजदूर संघ (बच्चा सिंह गुट) के झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के देवर व पूर्व उपमहापौर एकलव्य सिंह सहित अन्य नेताओं पर 'अवांछित तत्व'(PERSONA NON GRATA) घोषित होने का खतरा बढ़ गया है.
मंगलवार की घटना के संबंध में पूर्वी झरिया क्षेत्र के महाप्रबंधक सुदामडीह थाने में शिकायत की है. उन्होंने कहा है कि कल की बैठक में जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) का नेतृत्व पूर्व उपमहापौर एकलव्य सिंह कर रहे थे. उनके साथ आरके पाठक, सुबोध कुमार सिंह, चंदन महतो, शिव प्रकाश सिंह, मलूक सिंह, शत्रुघन सिंह एवं 30- 40 समर्थक थे. बैठक दोपहर 1:15 बजे के बाद शुरू हुई, बैठक में उनके अलावा पूर्वी झरिया क्षेत्र के अवर महाप्रबंधक श्यामल चक्रवर्ती ,परियोजना पदाधिकारी पंकज कुमार, क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक एके मिश्रा, सहायक प्रबंधक नीरज कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.
बैठक जैसे ही शुरू हुई एकलव्य सिंह ने अमर्यादित शब्द का प्रयोग किया, जिसका उन्होंने विरोध किया. इस पर एकलव्य सिंह ने खड़े हो जाने को कहा ,जिसका फिर उन्होंने विरोध किया. उसके बाद एकलव्य सिंह ने सामने रखें पानी से भरे बोतल को फेंका, जिससे सीआईएसएफ के जवानों ने रोक लिया. उसके बाद एकलव्य सिंह ने टेबल पर रखे जूस से भरे शीशे के गिलास को जान मारने की नियत से फेंका ,जो उनके माथे के बगल से होते हुए पीछे लगी एलसीडी टीवी पर लगा और टीवी क्षतिग्रस्त हो गई.
इसके बाद एकलव्य सिंह एवं उनके समर्थकों ने अधिकारियों के समक्ष अपने समर्थकों के साथ मिलकर गाली गलौज की एवं धमकी दी. शिकायत में कहा गया है कि एकलव्य सिंह एवं उनके समर्थकों ने हाथापाई करने का भी प्रयास किया. सीआईएसएफ के जवानों ने उनके चंगुल से उन्हें मुक्त कराया. इस घटना के विरोध में कोयला अधिकारियों ने सीएमडी से भी मुलाकात की है और वह आंदोलन के मूड में है. दूसरी ओर जनता मजदूर संघ (बच्चा गुट) के नेताओं का कहना है कि महाप्रबंधक झूठ बोल रहे हैं. असली बात छुपा रहे है. उन्होंने यहां पर रहने वाले लोगों के बारे में कहा कि न जाने कहां-कहां से भिखारी बस जा रहे हैं, इसी का विरोध किया गया. बोतल नहीं फेंकी गई, मारपीट की घटनाओं से भी इनकार किया गया है. बता दें कि कल की बैठक में विस्थापन भी चर्चा का एक मुद्दा था.
Recent Comments