रांची(RANCHI): झारखण्ड में सूर्या हांसदा के ENCOUNTER का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. भाजपा और अन्य विपक्षी दल इस पुरे मुठभेड़ पर सवाल उठा कर सरकार को घेरने में लगी है. साथ ही पूरे प्रकरण की जाँच सीबीआई से कराने की मांग कर रही है. ऐसे में जब विधानसभा के मॉनसून सत्र की शुरुआत हुई तो पहले दिन ही सूर्या हांसदा एनकाउंटर पर खूब हंगामा सदन के बाहर देखने को मिला. जिसमें भाजपा के साथ-साथ आजसू और JLKM भी सूर्या मुठभेड़ में सवाल पूछ रही है.

इस मामले में मांडू विधायक तिवारी महतो ने सरकार और गोड्डा पुलिस पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि किसी 'मिश्रा' के कहने पर पुलिस ने सूर्या को मारा है. सूर्या हांसदा का एनकाउंटर एक स्क्रिप्टिंग के जैसा है. उनके शरीर पर एक भी गोली पीछे नहीं सब छाती पर लगी है.साथ ही उनके शरीर पर जलने के निशान है.आखिर पुलिस कैसे कार्रवाई कर रही है ?  यह जाँच हो कि आखिर 'मिश्रा' कौन है. जिनके इशारे पर पूरा खेल हुआ है. इस मामले में किसी भी कीमत पर परिवार को न्याय दिलवा कर रहेंगे.

वहीं डुमरी विधायक जयराम महतो ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस की कार्रवाई में ही सवाल है. गोली जब लगी तो सिर्फ उन्हें ही क्यों लगी जबकि गोड्डा एसपी ने 8-10 लोगों के साथ मुठभेड़ होने की बात कही थी, लेकिन सिर्फ सूर्या हांसदा को ही मारा गया है. वह पत्थर गिट्टी जंगल बचाने की बात कर रहे थे. विस्थापितों के साथ खड़े थे क्या इसी वजह से एनकाउंटर कर दिया गया .इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होगी तभी दूध का दूध और पानी का पानी होगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार CID जांच का हवाला दे रही है, लेकिन CID अपने ही पुलिस अधिकारियो के खिलाफ कितना जाँच करेगी यह किसी से छुपा नहीं है. पूरे मामले की CID नहीं CBI से जांच कराना होगा.