धनबाद(DHANBAD):  बैंक मोड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रमोद गोयल ने कहा है कि प्रशासन अपना पीछा छुड़ाने के लिए कुछ भी कर सकता है,लेकिन वैकल्पिक मार्ग को पिछले 8 महीने में दुरस्त नहीं कर सका.  इस विकल्प का दुष्परिणाम अभी ही बैंक मोड़ क्षेत्र को टापू बनाना जैसा प्रतीत होने लगा है. आरोप लगाया है कि वैकल्पिक मार्ग को लेकर कोई होम वर्क नहीं किया गया.  कई विकल्प हो सकते थे ,यदि स्थानीय संस्थाओं , चैंबर्स को इस चर्चा में शामिल किया जाता. इससे  तो न सिर्फ समाधान होता, बल्कि कई वैकल्पिक व्यवस्था का सृजन भी हो सकता था.  उन्होंने कहा है कि धनबाद का दुर्भाग्य तो देखिये - रिंग रोड का सपना दिखाया तो गया लेकिन केवल मुआवजा तक आते -आते खत्म हो गया.
 
फ्लाईओवर का काम डीपीआर- डीपीआर तक ही उलझा हुआ है
 
फ्लाईओवर का काम डीपीआर- डीपीआर तक ही उलझा हुआ है.  गया ब्रिज अंडर पास का टेंडर बार बार फेल हो जा रहा है.  गोधर- आरा मोड़ फ्लाईओवर सालों से फ्लाईओवर इन वेटिंग में लटका हुआ है.  बंद पड़ी झरिया रेलवे लाइन पर रोड की संभावना रेलवे और निगम की फेंका फेंकी में अटका पड़ा है.  कड़े आंदोलन से निर्मित डीएवी स्कूल दक्षिणी क्षोर रेलवे स्टेशन की शानदार रोड गंदगी और अतिक्रमण के कब्जे में  कराह रहा  है. ओल्ड स्टेशन- हीरापुर मार्ग का विकल्प पर कभी गंभीरता से नहीं विचार किया गया.  मुख्य रेलवे स्टेशन रोड पर ऑटो -टोटो वालो का  कब्ज़ा है.  चौड़ी सड़क वाला  श्रमिक चौक पर ऑटो टोटो का डरावना स्वामित्व बन गया है.  

शहर के बाज़ारो में नहीं है शौचालय -पेयजल की व्यवस्था

शहर के प्रत्येक बाजार क्षेत्र में मधुमेह के दौर में बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चियों के लिए कोई शौचालय -पेयजल की व्यवस्था नहीं है.  व्यापार सुगमता का  दुश्मन बिजली व्यवस्था(पावर कट) बन गई है.  पूरे शहर में बीच बाजार में पुलिस सुरक्षा चौकी की जगह जांच और उगाही का कार्यक्रम निर्बाध जारी है.  रंगाटांड़ से पूजा टॉकिज तक पूरा रोड ही बड़े वाहनों के अवैध पड़ाव से भरा पड़ा है. उन्होंने कहा है कि धनबाद में कई विकल्प हो सकते है, लेकिन इन पर कोई ध्यान दे तब न. वन वे से बरमसिया -मनाईटांड़ -जोड़ाफाटक रोड अस्त व्यस्त हो गया है.  बैंकमोड़ -पुराना बाजार का मार्केट वीरान सा अभी से ही दिखने लगा है. 

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो