टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : भारतीय नागरिकों को अब जल्द ही ई-पासपोर्ट की सुविधा मिलने जा रही है. विदेश मंत्रालय में भारत सरकार के सचिव संजय भट्टाचार्य ने हाल ही में घोषणा की है कि देश में जल्द ही नागरिकों के लिए ई-पासपोर्ट पेश किया जाएगा. उन्होंने अपने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा कि नेक्स्ट जेनेरेशन के पासपोर्ट बायोमेट्रिक डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे और विश्व स्तर पर इमिग्रेशन पोस्ट के माध्यम से सुगम मार्ग प्रशस्त करेंगे. उन्होंने आगे बताया है कि ये पासपोर्ट आईसीएओ के अनुरूप हैं और इसे नासिक में इंडिया सिक्योरिटी प्रेस में प्रस्तुत किया जाएगा.

बता दें कि ई-पासपोर्ट का आइडिया नया नहीं है और इसकी घोषणा कुछ समय पहले ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की थी. भारत में बायोमेट्रिक डीटेल के साथ पहला ई-पासपोर्ट 2008 में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को जारी किया गया था. बायोमेट्रिक पासपोर्ट वर्तमान में जर्मनी, यूके और बांग्लादेश सहित देशों में जारी किए जाते हैं.

ई-पासपोर्ट कैसे काम करता है

देखने में एक ई-पासपोर्ट सामान्य पासपोर्ट की तरह ही दिखता है. हालांकि, एक ई-पासपोर्ट में एक छोटी इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होती है, जो ड्राइविंग लाइसेंस के जैसी ही होती है. यह माइक्रोचिप आपके नाम, जन्म तिथि, पता और अन्य डीटेल सहित पासपोर्ट पर छपी सभी सूचनाओं को स्टोर करता है. इससे इमिग्रेशन काउंटरों को किसी यात्री के डीटेल को जल्दी से वेरफाई करने में मदद मिलेगा. इस कदम से नकली पासपोर्ट के प्रचलन को कम करने में भी मदद मिलेगी. ऐसी खबरें हैं कि चिप में सिक्युरिटी फीचर को और बढ़ाया जाएगा. इससे जालसाजों के लिए स्टोर हुई जानकारी के साथ छेड़छाड़ करना मुश्किल हो जाएगा.

वर्तमान में यात्रियों को औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए इमिग्रेशन काउंटरों पर बहुत समय बिताना पड़ता है क्योंकि अधिकारियों को पासपोर्ट पर प्रत्येक डीटेल को फिज़िकल तौर पर देखना पड़ता है. ई-पासपोर्ट के साथ, इमिग्रेशन काउंटर पर बिताया गया समय 50% से अधिक कम होने की उम्मीद है. माइक्रोचिप को अन्य सूचनाओं के साथ बायोमेट्रिक डीटेल को स्टोर करने के लिए भी कहा जाता है, जिससे डिजिटल रूप से किसी यात्री की पहचान करना आसान हो जाता है. चिप आपकी पिछली यात्राओं का डीटेल भी स्टोर कर सकती है.

ई-पासपोर्ट से क्या बदलेगा और क्या नहीं?

नए पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया वही रहेगी और आवेदन पत्र में भी कोई बदलाव नहीं होगा. रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय के तहत भारत के सभी 36 पासपोर्ट कार्यालय ई-पासपोर्ट जारी करेंगे. जारी करने की प्रक्रिया भी वही रहेगी. अभी तक ट्रायल रन में सरकार द्वारा जारी ई-पासपोर्ट पर्सनलाइज़ प्रिंटेड बूकलेट्स के रूप में होता था. नए पासपोर्ट में चिप को सामने रखा जाएगा और ई-पासपोर्ट के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त logo आएगा. यह चिप काफी मजबूत होगी और इसे नष्ट करना काफी मुश्किल होगा.