टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे पढ़ किसी का भी कलेजा एकबारगी से कांप जाएगा. जाने क्या विवाशता रही कि  ट्रेन के बेसिन जहां आप हाथ भी बचते-बचते ढ़ोते हैं, उस गंदगी से भरी जगह में कोई अपने कलेजे के टुकड़े को छोड़ कर चली गई.  टॉयलेट में जन्मे बच्चे को इस हाल में जिसने भी देखा, उसकी मां और परिजनों को कोसता ही नजर आया. चर्चा भी खूब हुई कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी हुई कि टॉयलेट में बच्चा जन्म देना पड़ा और बेसिन में ही उसे छोड़ कर निकल जाना पड़ा. बच्चे का क्रंदन भी शायद यही सवाल कर रहा था कि मां मेरा क्या कसूर!

क्या है मामला

 एक अज्ञात महिला ने धनबाद-अलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन के शौचालय में बच्चे को जन्म दिया और उसे वहीं छोड़कर चली गई. महिला ने बी -1 कोच के शौचालय में बच्चे को जन्म दिया था. उसने बच्चे को टॉयलेट के वॉश बेसिन में छोड़ दिया था. बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनकर यात्री शौचालय में पहुंचे तो बच्चे को देख दंग रह गए. बोकारो एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों ने ट्रेन के सिंहचलम स्टेशन से निकलने के बाद लगभग 8:20 बजे बच्चे के बारे में ऑनबोर्ड-टीटीई वी. ब्रह्माजी को सूचना दी गई. टीटीई ने ट्रेन के एस्कॉर्टिंग स्टाफ एम.रामकी (आरपीएफ पोस्ट/विशाखापत्तनम) को सूचना दी. सूचना मिलने पर आरपीएफ ने ट्रेन में सवार होकर बच्चे को मंडल रेलवे अस्पताल, विशाखापत्तनम पहुंचाया.

स्थिर है बच्चे का स्वास्थ्य 
बच्चे का स्वास्थ्य स्थिर है. उसे आगे के इलाज और देखभाल के लिए केजीएच में स्थानांतरित कर दिया गया है. बच्चे को चाइल्डकेअर अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा.  मंडल रेल प्रबंधक वाल्टेयर अनूप सत्पथी ने टीटीई के लिए उपयुक्त पुरस्कार की घोषणा की है और बच्चे के पालन-पोषण का पूरा खर्च देने की पेशकश की है. अनूप सत्पथी ने कहा कि हम बच्चे के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे हैं और उसकी मां या माता-पिता का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं. अगर असली मां या माता-पिता स्वेच्छा से आगे आते हैं और बच्चे को अपनाते हैं तो उन्हें उसके पालन-पोषण के लिए पूरी वित्तीय सहायता दी जाएगी.