TNP DESK- विश्वस्त  सूत्र बताते हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़े भाई की भूमिका से हटाना और चिराग पासवान को 29 सीट  देना "पच"  नहीं रहा है.  वह इस बात को लेकर नाराज चल रहे है.  नाराज तो उपेंद्र कुशवाहा भी है.  नाराज तो जीतन राम मांझी भी थे, लेकिन अब वह मान गए है.  इधर, बुधवार को जदयू  ने अपनी पहली 57 उम्मीदवारों की लिस्ट सार्वजनिक की.  कहने  को तो यह सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इसमें भी कुछ विशेष बात है.  जानकार बताते हैं कि इस लिस्ट में चिराग पासवान की  लोक जनशक्ति पार्टी के कुछ प्रमुख सीटों पर किए जा रहे दावों को चैलेंज किया गया है.  अब आगे क्या होगा, इस पर सबकी नजर टिकी हुई है. 

चिराग पासवान के दावे वाली सीटों पर आगे निकला जदयू 
 
जानकारी के अनुसार चिराग पासवान के प्रमुख पांच मांग  वाली सीटों में मोरवा, सोनबरसा, राजगीर, गायघाट और मटिहानी सीट  शामिल है.  लेकिन, जदयू ने यहां अपने उम्मीदवार उतार दिए है.  यह पांचो  सीट  चिराग पासवान को मिलने वाली थी.  पिछले चुनाव में मोरवा और गायघाट पर आरजेडी का दबदबा था.  राजगीर  और सोनबरसा पर जदयू की जीत हुई थी.  मटिहानी पिछली बार लोक जन शक्ति  पार्टी जीती थी.  लेकिन जीते राजकुमार सिंह बाद में जदयू में शामिल हो गए थे.  इन सीटों पर जदयू के उम्मीदवार उतार देने से गठबंधन में कुछ संतुलन बदल जाए या बिगड़ जाए तो कोई आश्चर्य नहीं.  

जदयू की पहली सूची में 30 नए चेहरे और 27 पुराने शामिल 

जदयू की पहली सूची में 30 नए चेहरे और 27 पुराने उम्मीदवारों को शामिल किया गया है.  चार महिला उम्मीदवार भी मैदान में है.  बता दे कि  इस बार बिहार चुनाव में कई बदलाव देखने को मिल रहे है.  तनातनी तो चल ही रही है, लेकिन एमएलसी से उपमुख्यमंत्री और मंत्री का पद पाने वाले  लोगों को भी जनता की अदालत में  भेज दिया गया है.  बीजेपी ने 71 प्रत्याशियों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें कई बड़े नेताओं के नाम काट दिए गए हैं, तो कई विधान पार्षदों को भी चुनाव मैदान में उतारा  गया है.  उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तारापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे तो मंगल पांडे सिवान विधानसभा सीट से किस्मत आजमाएंगे, दोनों फिलहाल विधान पार्षद है.  इधर महागठबंधन में सीटों को लेकर अभी रार  चल ही रहा है.

रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो