रांची (RANCHI): राजधानी रांची में स्कूल एडमिशन का सीजन शुरू होते ही माता-पिता में होड़ मच जाती है. लेकिन कुछ जगहों पर ये नज़ारा किसी बड़े मेले से कम नहीं लगता. ऐसा ही दृश्य हर साल सेंट मैरीज़ स्कूल रांची में देखने को मिलता है. यहां एडमिशन प्रक्रिया सिर्फ Pre-Nursery से लेकर Class 4 तक के लिए होती है, और माता-पिता अपने बच्चों का नाम दर्ज करवाने के लिए आधी रात से ही स्कूल के गेट के बाहर लाइन में लग जाते हैं. ठंड हो या बारिश, भीड़ में उत्साह और उम्मीद दोनों साफ झलकते हैं.
सेंट मैरीज़ स्कूल की पहचान केवल एक शिक्षण संस्थान के रूप में नहीं, बल्कि संस्कार, अनुशासन और सर्वांगीण विकास के केंद्र के रूप में भी है. स्कूल में प्राइमरी शिक्षा का मतलब सिर्फ किताबें नहीं, बल्कि बच्चों के मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक विकास से है. स्मार्ट क्लासरूम, ई-लर्निंग मॉड्यूल और इनोवेटिव टीचिंग मेथड्स इसे अन्य स्कूलों से अलग बनाते हैं.
यहां के शिक्षक न केवल अनुभवी हैं, बल्कि बच्चों के व्यक्तिगत विकास पर भी विशेष ध्यान देते हैं. प्रत्येक बच्चे को समान अवसर दिया जाता है ताकि वह अपनी प्रतिभा को पहचान सके और आगे बढ़ सके. यही वजह है कि सेंट मैरीज़ के छात्र बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के साथ-साथ खेल, कला और सामाजिक गतिविधियों में भी अपना लोहा मनवाते हैं.
सेंट मैरीज़ स्कूल की सबसे बड़ी ताकत इसका अनुशासन और बेहद घरेलू वातावरण में नैतिक शिक्षा पर जोर है. बच्चे सिर्फ अच्छे अंक लाने के लिए नहीं, बल्कि अच्छे इंसान बनने की सीख भी पाते हैं. स्कूल का वातावरण सुरक्षित, सकारात्मक और सहयोगपूर्ण है, जहां हर बच्चा आत्मविश्वास से आगे बढ़ना सीखता है.
माता-पिता का मानना है कि इस स्कूल में मिलने वाली शिक्षा जीवनभर साथ रहती है. यही कारण है कि एडमिशन के दौरान लोग रातों-रात लाइन में लग जाते हैं. रांची के शैक्षणिक परिदृश्य में सेंट मैरीज़ स्कूल Pre-Nursery से Class 4 तक के बच्चों के लिए भविष्य गढ़ने की मजबूत नींव बन चुका है.
                            
                        
                        
                
                
                
                
                
                
                
                
                
                
                
                
                
                
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