जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : जमशेदपुर के डिमना क्षेत्र स्थित मिर्जाडीह के सैकड़ों ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया गया है. मिर्जाडीह बाँध विस्थापित एवं रैयत संघर्ष मोर्चा के बैनर तले इनके द्वारा कुल 21 गावं के ग्राम प्रधान, मुखिया सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने डिमना चौक से पारम्परिक हथियारों के साथ पैदल यात्रा करते हुए जिला मुख्यालय पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया है. इनके द्वारा पांच सूत्री मांग पत्र भी जिला उपायुक्त को सौंपा गया है. मुख्य रूप से मिर्जाडीह रैयतों के घर तोड़ने वाले दोषियों की गिरफ़्तारी, सभी गावों के सड़क निर्माण करवाये जाने, विस्थापितों को विस्थापन प्रमाण पत्र दिये जाने, टाटा लीज नविकरण कमिटी मे विस्थापित प्रतिनिधि को शामिल करने जैसे मांगे शामिल हैं. प्रदर्शनकारीयों ने कहा की राजकीय शोक के दौरान टाटा कंपनी एवं जिला प्रसाशन के मिली भगत से रैयतों के घर को तोड़ा गया, जिससे यह प्रतीत होता है की राज्य सरकार और जिला प्रसाशन टाटा कंपनी के इशारे पर चल रही है यहाँ मूलवासियो का लगातार दमन किया जा रहा है, लेकिन इनके साथ इंसाफ नहीं हो रहा है, ऐसे में अब सभी मूलनिवासी रैयत आंदोलन का रुक अपना चुके है और अगर 30 दिनों के भीतर इनके मांगो पर करवाई नहीं होती है तो आगे इनके द्वारा उग्र से उग्र आंदोलन किया जायेगा. इस दौरान सभी डीसी ऑफिस का मुख्य गेट जाम कर दिए थे, इसी बीच सिटी एसपी कुमार शिवाशीष के वाहन को भी रोका गया जिसके बाद सिटी एसपी का वाहन पीछे के गेट से निकाला गया. 

रिपोर्ट : रंजीत ओझा