टीएनपी डेस्क: हिंडनबर्ग अपनी रिसर्च रिपोर्ट्स के जरिए कई बड़े-बड़े दिग्गज हस्तियों के बारे में खुलासा कर चुका है. गौतम अडाणी से लेकर सेबी चीफ माधुरी पुरी बुच सहित कई हस्तियां हिंडनबर्ग के निशाने पर आ चुकी है. वहीं, हिंडनबर्ग के एक ट्वीट ने फिर से हड़कंप मचा दिया है. शेयर मार्केट में अपनी रिपोर्ट्स के जरिए तहलका मचाने वाले हिंडनबर्ग फर्म पर अब ताला लग गया है. अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग के फाउंडर नाथन एंडरसन ने अपनी कंपनी को बंद कर दिया है.

कंपनी को बंद करने का ऐलान हिंडनबर्ग के फाउंडर ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर की. उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, वे अब हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी को बंद कर रहे हैं. इस बात का फैसला पहले से ही लिया जा चुका था कि, काम पूरा होते ही फर्म को बंद कर दिया जाएगा. ऐसे में जिन मामलों पर काम किया जा रहा था, उन्हें पूरा कर लिया गया है. और आज वह दिन है जब कंपनी को बंद किया जा रहा है.

क्यों बंद हो गया हिंडनबर्ग?  

कंपनी को बंद करने के फैसले ने सभी को चौंका कर रख दिया है. हर किसी के मन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर अपनी रिपोर्ट्स से तहलका मचाने वाला फर्म अचानक बंद क्यों हो रहा है. हालांकि, हिंडनबर्ग फर्म को बंद करने के पीछे नाथन एंडरसन ने अपना 'व्यक्तिगत' निर्णय बताया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि, वे काफी समय से हिंडनबर्ग फर्म को बंद करने की प्लानिंग कर रहे थे. इसके पीछे कोई बड़ी या अन्य वजह नहीं है. वे बस अपने परिवार व दोस्तों के साथ समय बिताना चाहते हैं. टारगेट के पूरा होता ही कंपनी को बंद करने का फैसला लिया जा चुका था. ऐसे में कंपनी एक पोंजी स्कीम की जांच कर रही थी, जो अब पूरी हो गई है. इसके साथ ही विचार-विमर्श कर कंपनी को भी बंद किया जा रहा है.

बता दें कि, 2017 में शुरू हुई हिंडनबर्ग वही कंपनी है जिसने कई बड़ी-बड़ी कंपनियों को लेकर कई खुलासे किए थे. अडानी ग्रुप सहित SEBI पर भी हिंडनबर्ग ने नेगेटिव रिपोर्ट जारी की थी. जिसके बाद हिंडनबर्ग के रिपोर्ट्स दुनियाभर में चर्चा का विषय बन गए थे. वहीं, इसके बाद अडाणी ग्रुप के शेयर में काफी गिरावट आ गई थी और भारतीय अरबपति गौतम अडाणी को काफी नुकसान झेलना पड़ा था. हालांकि, गौतम अडाणी हमेशा ही हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज करते आए हैं.