पटना (PATNA): पटना के फुलवारी शरीफ से फिर पूरे देश को अस्थिर करने की साजिश रचने का भंडाफोड़ पुलिस टीम ने किया है. बिहार पुलिस ने झारखंड के एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी और प्रतिबंधित सिमी के एक पूर्व सदस्य को देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया. मोहम्मद जलालुद्दीन झारखंड पुलिस के एक सेवानिवृत्त उप-निरीक्षक हैं. वहीं परवेज को स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का पूर्व सदस्य बताया जाता है.
इण्डिया इस्लामिक स्टेट 2047 का डॉक्यूमेंट बरामद
सामाजिक गतिविधि में शामिल रहने वाला परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि ये लोग देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं. इतना ही नहीं ये देश में धार्मिक उन्माद फैलाने, आतंकी गतिविधियों में शामिल होने आदि का प्रशिक्षण देकर लोगों को देश विरोधी कट्टर बढ़ती गतिविधियों के संचालन करने के लिए हथियार के तौर पर तैयार कर रहे थे. इन दोनों के पास से इण्डिया इस्लामिक स्टेट 2047 का डॉक्यूमेंट बरामद किया गया है. पुलिस ने बताया कि सिर्फ दो महीने में इनके खाते में 73 लाख का ट्रांजेक्शन हुआ है.
केरल, प बंगाल और झारखण्ड से बुलाये जाते थे कट्टर पंथी युवक
दरअसल, दिल्ली आईबी के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर चार थाना पुलिस और एएसपी फुलवारी शरीफ ने नया टोला में एसडीआईपी एवं पीएफआई से जुड़े कार्यालय में छापामारी की. यह छापामारी काफी गुप्त रूप से सोमवार की रात की गई. पुलिस ने दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. दो दिनों ने बाद एक व्यक्ति जो मकान मालिक थे उन्हें बॉन्ड पर छोड़ दिया गया. जबकि एक व्यक्ति को हिरासत में रख कर पूछताछ की गई. एएनआई और एटीएस के अधिकारियों ने पूछताछ कर आईबी द्वारा दी गई जानकारी का मिलान कराया. बताया जाता है कि दिल्ली आईबी द्वारा दिया गया पूरा इम्पुट का मिलान हो गया है. यहां कार्यालय में केरला से लोग आकर प्रशिक्षण लेते थे. हालांकि बाद में पुलिस ने मकान मालिक जलालुद्दीन को भी परवेज़ के साथ गिरफ्तार कर लिया.
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