गोड्डा(GODDA):गोड्डा जिले में दबंगों का मनोबल इन दिनों परवान पर है .अब चाहे वो बालू के अवैध कारोबार से जुड़े हों या फिर जबरन जमीन पर कब्ज़ा करने का मामला हो आये दिन सुर्खियाँ तो बनती हैं पर कार्यवाई के नाम पर मामला ठन्डे बसते में चला जाता है .ताजा मामला जिले के पोडैयाहाट थाना क्षेत्र से सामने आया है जहां 26 अक्टूबर से लेकर 28अक्टूबर तक लगभग 5 बीघे जमीन की धान दबंगों ने काट ली और ये धमकी भी दी कि पुलिस के पास गए तो पीटेंगे और बाकी धान भी काट लेंगे .

कब और कैसे हुई घटनाक्रम 

26 अक्टूबर को पोडैयाहाट थाना के लिलादह पंचायत के दुधियाबाड़ी गाँव की मोसमात धनी मुर्मू अपने खेतों में पके हुए धान की कटाई कर रही थी ,तभी उसी गाँव के कुछ दबंग प्रवृति के जीवलाल हांसदा एवं मिस्त्री हांसदा तथा अन्य 8 से 10 लोग लाठी डंडे और हथियार से लैस होकर आये और धनी मुर्मू को वहां से डरा धमका कर भगा दिए और कटा हुआ धान लेकर चले गए .इसके बाद भी वे नहीं रुके और दुसरे दिन भी आकर जबरन धान काटने लगे जिसका विरोध वो डर से नहीं कर पायी .फिर गाँव से उसने 100 नंबर पर डायल कर पुलिस को सूचित किया ,पुलिस आई और उन्हें रोककर अगले दिन दोनों ही पक्ष को पोडैयाहाट थाने बुलाया गया .

28 को पीडिता थाने पहुंची तो उसके पीछे दबंगों ने और भी धान की फसल काट ली 

28 अक्टूबर को धनी मुर्मू अपने बेटे को लेकर पोडैयाहाट थाने तो पहुंची मगर आरोपी पक्ष थाने नही पहुंचा पर धनीमुर्मू की गैर मौजूदगी में खेतों में लगे बाकी धान भी काट लिया गया .जब धनी मुर्मू को थाने में ये सुचना मिली तो उसने वहीँ आवेदन देकर शिकायत दर्ज करनी चाही मगर थाना में उसका आवेदन स्वीकार नही किया गया .वो गाँव पहुंची तो उलटे माँ बेटे को धमकाया भी गया कि अब ज्यादा थाना पुलिस करोगे तो बाकी धान फिर से काटेंगे .

शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक से मिलकर की शिकायत ,मिला आश्वासन 

इधर भयभीत धनी मुर्मू किसी तरह दबंगों से बचते बचाते जिला मुख्यालय पहुंची और पुलिस अधीक्षक से शिकायत दर्ज कराया .मामले पर संज्ञान लेते हुए एस पी मुकेश कुमार ने दूरभाष से ही पोडैयाहाट थाना प्रभारी को शख्त निर्देश दिया की मामला दर्ज कर तुरंत कार्यवाई करें .

पढ़े पीडिता ने क्या कहा

पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पीडिता धनी मुर्मू ने बताया कि वे अपने चार बच्चों के साथ किसी तरह से खेती कर जिन्दगी गुजर बसर कर रही है और आये दिन इन दबंगों द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जाता है .खेती ही एक मात्र सहारा है और लगभग 9 बीघा जमीन उनके पास है जिसमे से 5 बीघे की फसल काट लिया गया .अगर कार्यवाई नही हुई और बाकी फसल भी काट लिया गया तो वे और उसके बच्चे भूखे मर जायेंगे .

रिपोर्ट-अजीत सिंह