पूर्णिया (PURNIA) : बिहार बंगाल सीमा पर स्थिति पूर्णिया जिले का बायसी थाना लगातार सुर्खियों में रहता है. बॉर्डर इलाका होने के कारण बायसी थाना पर लगातार गंभीर आरोप भी लगते रहे हैं. एकबार फिर बायसी पुलिस अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में है.

यह है मामला

थाना क्षेत्र के भोरा पुल के समीप 1 मई को पुलिस वर्दी में मवेशी लदे वाहन से रुपये लेने के दौरान हुई घटना में मौत को लेकर मृतक के भाई ने 2 लोगों पर मामला दर्ज कराया था. वहीं पुलिस भी अपनी किरकिरी से बचने ने लिए सड़क जाम करने के आरोप में 75 लोग सहित करीब 100 अज्ञात लोगों पर 168/22 मामला दर्ज करवा दिया है. हैरत की बात यह है कि पुलिस ने ऐसे लोगों के नाम पर एफआईआर दर्ज किया है जिसकी 10 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है. कई ऐसे लोग हैं जो अंधे हैं. ऐसे में पुलिसिया कार्यवाई पर आम जनता के साथ साथ सत्ता पक्ष के लोग भी आवाज उठाने लगे हैं. लोगों का आरोप है कि बायसी पुलिस दुर्भावना से ग्रसित होकर वोटरलिस्ट उठाकर एक तरफ से लोगों पर एफआईआर दर्ज कर दी. जबकि कई लोग बाहर राज्य में मजदूरी भी कर रहे हैं. इस बाबत जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर निर्दोष लोगों को फ़साने पर आपत्ति जताई है.

75 नामजद और 100-200 लोगो पर FIR दर्ज

पूर्व विधायक ने बताया कि पुलिस द्वारा वसूली के क्रम में शकरबलिया निवासी मोहम्मद गुलाम रसूल की मौत हुई थी और 3 लोग घायल भी हुए थे. जिसके बाद स्वाभविक था कि लोगों का गुस्सा फूटेगा ही, मगर लोगों ने धैर्य का परिचय देते हुए शांतिपूर्वक सिंर्फ सड़क जाम किया था. वहीं पुलिस ने अपनी करतूत छुपाने के लिए 75 नामजद और 100--200 लोगों पर FIR दर्ज कर दिया.  उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा दर्ज नामित व्यक्ति क्रम संख्या 21 मोहम्मद अब्बास की मृत्यु 10 वर्ष पूर्व हो चुकी है. क्रम संख्या 3 पर अंकित मो. सैदू अंधा है. वहीं क्रम संख्या 1 मोहम्मद लुकमान, क्रम संख्या 15 मो. कलीम दिल्ली में है. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को तो राजनीतिक द्वेष कारण फसाया गया है. उन्होंने बताया जब लोगों ने सड़क जाम कर दिया तो बायसी बीडीओ और एसडीपीओ के आग्रह पर जाम छुड़वाने हेतु स्थानीय  मुखिया मुजताहिद और सरपंच मो.निजाम को बुलाया गया. सभी ने प्रयास कर जाम हटवाया, मगर बायसी पुलिस ने दोनों पर एफआईआर दर्ज कर दिया. अब ऐसे हालात में जनप्रतिनिधि कैसे प्रशासन की मदद करेंगे. पूर्व विधायक ने इसको लेकर बायसी में बैठक की और कहा कि किसी भी निर्दोष को इस मामले में फ़ंसाने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने पुलिस अधीक्षक से भी दोषी पुलिसकर्मियों पर करवाई करने और निष्पक्ष जांच की मांग की है.