सहरसा(SAHARSA): बिहार विधानसभा चुनाव के बीच इंडियन इन्क्लूसीव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महागठबंधन प्रत्याशी आई.पी. गुप्ता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.बताया जा रहा है कि यह वीडियो पहले चरण के मतदान से तीन दिन पहले का है, जब आई.पी. गुप्ता सहरसा शहर की बस्ती में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे.

जदयू नेता ओवैस करनी उर्फ चुन्ना मियां से मुलाकात के दौरान नारेबाजी और मारपीट

वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रचार के दौरान आई.पी. गुप्ता की मुलाकात जदयू नेता ओवैस करनी उर्फ चुन्ना मियां से होती है. मुलाकात के दौरान चुन्ना मियां, आई.पी. गुप्ता को देखकर “आई.पी. गुप्ता जिंदाबाद” के नारे लगाने लगते हैं और साथ ही राजद नेता एवं सहरसा नगर निगम के डिप्टी मेयर गुड्डू हयात के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाते है.इसी बीच भीड़ में मौजूद एक व्यक्ति ने “गुड्डू हयात जिंदाबाद” का नारा लगाया, जिस पर चुन्ना मियां भड़क गए और उस व्यक्ति को थप्पड़ मार दिया.हंगामे के दौरान अफरा-तफरी में आई.पी. गुप्ता की पगड़ी भी गिर गई.

वीडियो में जदयू नेता का बड़ा दावा “जदयू सांसद ने मदद करने को कहा है”

वायरल वीडियो में जदयू नेता चुन्ना मियां यह भी कहते नजर आ रहे हैं कि मधेपुरा के जदयू सांसद ने उन्हें निर्देश दिया है कि महागठबंधन प्रत्याशी आई.पी. गुप्ता की मदद करें, क्योंकि वे उनके “अभिभावक” है.सहरसा विधानसभा क्षेत्र मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां से एनडीए प्रत्याशी आलोक रंजन (निवर्तमान विधायक) चुनाव मैदान में है.

25 हजार वोटों में से 13 हजार दिलाने का वादा

वीडियो में जदयू नेता यह भी दावा करते दिखाई दे रहे हैं कि सहरसा बस्ती के 25 हजार वोटों में से 13 हजार वोट आई.पी. गुप्ता को दिलाने का वादा किया गया है.यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि यह दल बदल और आचार संहिता उल्लंघन से जुड़ा मामला माना जा रहा है.

थप्पड़ मारने का आरोप

इन दिनों आई.पी. गुप्ता तेजस्वी यादव के साथ हेलीकॉप्टर से बिहार के विभिन्न जिलों में दौरा कर रहे हैं और दूसरे चरण के चुनाव प्रचार में सक्रिय है. उनका नाम सहरसा क्षेत्र में महागठबंधन के चर्चित चेहरों में से एक बन गया है.

प्रशासन ने ली वीडियो की जांच की जानकारी

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, प्रशासन ने इस वायरल वीडियो की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इसमें आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है या नहीं. चुनाव आयोग की ओर से भी इस मामले पर रिपोर्ट मांगी जा सकती है.