टीएनपी डेस्क (TNP DESK):- आज कल निवेश को लेकर लोगों की समझ और दिवानापन पहले से कही ज्यादा बढ़ा है. लोग पारंपरिक चिजे जैसे जमीन, सोना, शेयर, बांड औऱ म्यूच्यूअल फंड में ही निवेश करते आए हैं. अभी भी यहां ज्यादातर लोगों के लिए निवेश का पसंदिदा जगह बनीं हुई है. लेकिन इंवेस्टमेंट की दुनिया में एक नई क्रांति तो क्रिप्टोकरंसी ने ला दी, आपके 100 रुपए का निवेश तकरीबन 15 साल में एक अरब रुपया हो गया. लाजमी है कि आप हैरत में पड़ गये होंगे, लेकिन ये बिल्कुल सच है . आज रूपए में एक बिटकॉइन की कीमत 95.50 लाख रुपए के करीब है. 


इसे जब 2009 में सतोशी नकामोटो नाम के इंसान ने इसे बनाया तब इसकी वेल्यू 0.0041 डॉलर थी. यानि अगर उस समय बिटकॉइन में महज 10 से 20 पैसे निवेश करते तो आज उसकी कीमत 95 रुपए से ज्यादा होती है. सोचिए अगर किसी ने 500 रुपए लगाकर 2009 में निवेश किया होता, तो आज उसके पास पांच अरब रुपए से ज्यादा होती. मान लीजिए अगर कोई 1 रुपए भी इसमे लगाता तो करोड़पति तो यूं ही बन जाता है. 
चलिए क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के बारे में विस्तार से जानते हैं, जिसकी कीमत 1.10 लाख डॉलर के पार आज पहुंच गया है. 

बिटकॉइन आखिर होता क्या है?

बिटकॉइन कोई फिजिकल कॉइन या नोट नहीं होता है, बल्कि एक डिजिटल कोड होता है, जो आपके वॉलेट में रहता है. यानि आप नोट या पैसे की तरह जेब में लेकर नहीं घूम सकते हैं. जैसे आप ऑनलाइन पैमेंट करते हैं या व्हटसेप पर मैसेज भेजते हैं. उसी तरह बिटकॉइन को आप इंटरनेट के जरिए दुनिया में कही भी भेज सकते हैं. सबसे मजेदार बात ये है कि इसकी संख्या सीमित होती है. यह ब्लॉकचेन तकनीकी पर काम करता है. सोचिए कि एक बहीखाता है, जिसमे दुनिया भर के बिटकॉइन लेनदेन लिखे जाते हैं. इसी बहीखाते को ब्लॉकचेन कहते हैं, जो हजारों कंप्यूटरों पर एक साथ मौजूद होता है. यह एक लेनदेन की कॉपी की तरह होता है, जो लेनदेन के सभी रिकॉर्ड को रखता है. इसलिए इसमे गड़बड़ियां या किसी भी तरह की धोखाधड़ी होने की संभावना नहीं होती. सबसे अच्छी बात ये है कि यह कई कंप्यूटरों पर साझा होती है और हजारों में एक साथ मौजूद होती है. इसलिए यह सुरक्षित और भरोसेमंद हैं. 

क्या बिटकॉइन सुरक्षित निवेश है ?  

बिटकॉइन में गड़बड़ी और धोखाधड़ी की संभावना नहीं होती, क्योंकि इसमे कोई एक संस्था नियंत्रण नहीं रखती. जिस तरह बैंक में आपके पैसे का हिसाब बैंक रखता है, बैंक में कोई गड़बड़ी होती है या दिवालीया होता है, तो आपके पैसा खतरे में आ जाता है. लेकिन, बिटकॉइन में ऐसी बात नहीं होती, बल्कि ब्लॉकचेन हर लेनदेन को पारदर्शी और सुरक्षित रखता है. इसे हैक करना लगभग असंभव है, क्योंकि यह दुनिया भर के कंप्यूटरों पर बंटा हुआ हैं. 
21 मीलियन ही कुल है बिटकॉइन 

बिटकॉइन की सबसे बड़ी खासियत कहिए तो यह है कि इसकी कुल संख्या सीमित या तय है. 21 मिलियन ही कुल बिटकॉइन हैं और इससे ज्यादा बिटकॉइन कभी नहीं बनेंगे. यह नियम इसकी तकनीक में पहले से ही लिखा हुआ है. सोचिए अगर बिटकॉइन अनलिमिटेड बनते तो जैसे ज्यादा नोट छापने से सामान की कीमते बढ़ जाती है. वैस ही बिटकॉइन कीमत कम हो सकती थी. इसी खूबी के चलते और सीमत रहने के चलिए बिटकॉइन सोने की तरह दुर्लभ हो जाती है और इसकी कीमतों में इजाफा होता जाता है. 

क्या बिटकॉइन में निवेश जोखिम भरा कदम है ? 

सभी के मन में ये सवाल उभरता है कि क्या बिटकॉइन में निवेश जोखिम भरा है. तो इसका जवाब यही है कि इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव होते रहती है. इसे ऐसे समझे तो अगर आपने बिटकॉइन अभी खरीदा और कल इसकी कीमत घट गयी, तो लाजमी है कि आपके पैसे घट जाएगे और नुकसान होगा. हालांकि, अभी तक जो दिखा है, उसके मुताबिक लंबे समय निवेश रखने से इसमे बढ़ोत्तरी ही दिखी है. इसमे निवेशकों के लिए खतरा ये भी होता है कि अगर किसी ने वॉलट का पासवर्ड भूल गया, तो फिर इसके खोने का डर बना रहता है. क्रिप्टोकरंसी के लिए कुछ देशों ने सख्त नियम भी बना रखे हैं. इसलिए इसमे जोखिम को खुद ही संभालना पड़ता है.

बिटकॉइन की तरह कई क्रिप्टोकरंसी अभी आई हुई है, लेकिन अब जो भी बिटकॉइन में निवेश करना चाहेगा, उनके लिए एक बिटकॉइन में निवेश के लिए अभी मौजूदा बाजार कीमत के हिसाब से खरीदना होगा. यानि एक लाख 10 हजार डॉलर चुकाने होंगे. इसमे निवेश अब अपने आप में महंगा हो गया है. 
एक बात ये भी की कई देश क्रिप्टोकरंसी में निवेश को लेकर अपने-अपने कानून बना रखे हैं. भारत में क्रिप्टोकरंसी को लेकर कोई रेगुलेटरी नहीं है, जैसे शेयर बाजार के लिए देश में सेबी काम करती है.