पटना(PATNA):बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे है, सियासी सरगर्मी तेज होती जा रही है. नेता अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय दिख रहे है. इसी बीच हसनपुर के विधायक और राजद से बाहर किए गए लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव एक बार फिर सुर्खियों में है.

क्या राघोपुर से चुनाव लड़ेंगे तेज प्रताप यादव ?

राघोपुर, जो कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का गढ़ माना जाता है, वहां तेज प्रताप का प्रभाव साफ़ दिखने लगा है.हाल ही में सामने आए एक वीडियो ने इस चर्चा को और हवा दे दी है.

पढे वीडियो में क्या है खास

 वीडियो में तेज प्रताप अपने आवास पर बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री खाना, पानी और रहने की व्यवस्था कराते दिख रहे है. देर रात पहुंचे बाढ़ प्रभावित लोगों को उन्होंने न सिर्फ घर के अंदर बुलाया, बल्कि आर्थिक मदद भी दी.इस वीडियो को सोशल मीडिया पर तेज प्रताप की बहन रोहिणी आचार्या ने साझा किया. रोहिणी और तेज प्रताप के बीच भाई-बहन का भावनात्मक रिश्ता पहले भी चर्चा में रहा है, जबकि परिवार की अन्य बहनों के साथ उनके रिश्ते उतने सहज नहीं रहे. यही कारण है कि रोहिणी द्वारा इस वीडियो को शेयर करना भी सियासी गलियारों में एक बड़ा संकेत माना जा रहा है.

नीतीश कुमार के साथ अपने भाई को भी सबक सिखा रहे हैं तेज प्रताप

तेज प्रताप का यह कदम केवल राहत कार्य तक सीमित नहीं है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह उनकी चुनावी रणनीति का हिस्सा है. राघोपुर में सक्रियता दिखाकर उन्होंने साफ़ संदेश दिया है कि वे केवल बयानबाज़ी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि जनता के बीच जाकर अपने प्रभाव को साबित कर रहे है.तेज प्रताप के कदमों से यह भी स्पष्ट है कि वे नीतीश कुमार पर हमले करने के साथ-साथ अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को भी अप्रत्यक्ष चुनौती देने से पीछे नहीं हट रहे.आने वाले विधानसभा चुनावों में राघोपुर की सियासत में यह पारिवारिक प्रतिस्पर्धा दिलचस्प मोड़ ले सकती है.